बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली और एनसीए प्रमुख राहुल द्रविड़ ने न केवल खिलाड़ी के तौर पर बल्कि वर्तमान में भारतीय क्रिकेट में महत्वपूर्ण प्रशासनिक पदों पर रहते हुए देश में क्रिकेट को बढ़ाने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं।
इस बारे में पूर्व भारतीय क्रिकेटर वीवीएस लक्ष्मण के भी कुछ यही विचार हैं। लक्ष्मण का मानना है कि गांगुली और द्रविड़ की साझेदारी आने वाले वर्षों में भारतीय क्रिकेट को बढ़ाने में महत्वपूर्ण साबित होगी।
स्टार स्पोर्ट्स शो क्रिकेट कनेक्टेड पर बोलते हुए लक्ष्मण ने भारतीय क्रिकेट के प्रशासन में सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ की साझेदारी के महत्व के बारे में बात की। उन्होंने कहा, "यह बहुत अच्छा है! बीसीसीआई अध्यक्ष गांगुली और राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) के प्रमुख द्रविड़ के बीच साझेदारी। यदि भारतीय टीम हर प्रारूप में सफल होना चाहती है, तो यह साझेदारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। मुझे लगता है कि हर कोई महत्वपूर्ण है, टीम का कप्तान, एनसीए हेड और बीसीसीआई अध्यक्ष।”
इससे पहले गांगुली ने साल 1996 में लॉर्ड्स में टेस्ट डेब्यू से जुड़ा एक मजेदार किस्सा साझा किया था। गांगुली और द्रविड़ दोनों का ही ये डेब्यू मैच था जिसमें दादा ने शतक जड़ा था जबकि द्रविड़ पांच रन से शतक बनाने से चूक गए थे।
इस मैच को याद करते हुए गांगुली ने कहा था, "मुझे अभी भी याद है कि मैंने प्वाइंट पर कवर ड्राइव लगाकर अपना शतक पूरा किया था और वह दूसरे छोर पर थे। मैंने 131 रन बनाए और चायकाल के एक घंटे बाद मैं आउट हो गया था। लेकिन उन्होंने अपनी पारी को जारी रखा। जब अगली सुबह वह बल्लेबाजी करने आए तो वह 95 रन बना चुके थे और मैं लॉर्डस की बालकनी में इस उम्मीद के साथ खड़ा था कि द्रविड़ शतक बनाएंगे।"
गौरतलब है कि सौरव गांगुली ने भारत के लिए 113 टेस्ट और 311 वनडे मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 7212 और 11363 रन बनाए हैं। वही, द्रविड़ ने भारत के लिए 164 टेस्ट, 344 वनडे खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 13288 और 10899 रन बनाए हैं।