वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड का कई सालों तक अपने क्रिकेटरों के साथ वेतन और अन्य भत्तों को लेकर विवाद रहा जिसके चलते कई क्रिकेटरों जैसे क्रिस गेल, ड्वेन ब्रावो, सुनील नरेन और कीरोन पोलार्ड ने देश के बाहर विदेशी टी20 लीग में खेलने को प्राथमिकता दी। ऐसे में स्टार खिलाड़ियों के न होने से वेस्टइंडीज की टेस्ट और वनडे टीम को लंबे समय तक संघर्ष करना पड़ा।
इस मामलें में पूर्व क्रिकेटर इयान बिशप वेस्टइंडीज बोर्ड और उसके द्वारा खिलाड़ियों के साथ किए गए बर्ताव पर सवाल उठाए हैं। बिशप ने कहा, वेस्टइंडीज में शुरू में खेल पर बुरा प्रभाव पड़ा क्योंकि प्रशासकों को टी 20 क्रिकेट खिलाड़ियों की वेल्यू का पता नहीं था, जहां उन्हें खेलना था। हमने उस चीज को अच्छी तरह से नहीं संभाला। हमने वेस्टइंडीज क्रिकेट के कुछ महत्वपूर्ण खिलाड़ियों को उस समय खो दिया जब मैं नहीं चाहता था।"
बिशप ने आगे कहा वो वेस्टइंडीज के युवा क्रिकेटरों को आईपीएल के साथ अपना भविष्य सुरक्षित करते हुए देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड अपने खिलाड़ियों को पुराने दिनों के विपरीत आईपीएल में खेलने की अनुमति देने की आवश्यकता महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा कि इतने सारे आवश्यक खिलाड़ियों को खोने से वेस्टइंडीज को थोड़ा झटका लगा है।
उन्होंने कहा, "हम देख रहे हैं कि इंग्लैंड अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में जाने और खेलने की अनुमति दे रहा हैं। वेस्टइंडीज ने भी अब एक अलग दृष्टिकोण अपनाया है और उसे भी अपने खिलाड़ियों को जीवन यापन करने के लिए दूसरी लीग में खेलने की अनुमति देने की आवश्यकता है।"