पूर्व भारतीय बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने माइकल क्लार्क के उन दावों को खारिज किया है जिसमें उन्होंने कहा था कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी 2018/19 टेस्ट सीरीज के दौरान विराट कोहली को "स्लेज" करने से डर रहे थे क्योंकि उन पर आईपीएल की मोटी डील को बरकरार रखने का दवाब था।
क्लार्क के इस दावे पर लक्ष्मण ने कहा कि अगर आप किसी भी भारतीय खिलाड़ी के साथ दोस्ताना व्यवहार करते हैं तो इसका मतलब यह नहीं है कि आपको आईपीएल अनुबंध मिल रहा है। उन्होंने आगे कहा, "एक संरक्षक के तौर पर मैं नीलामी की मेज पर हूं। हम उन खिलाड़ियों का चयन करते हैं जो अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपने देश की ओर से असाधारण प्रदर्शन करते हैं। किसी भी भारतीय खिलाड़ी के साथ मित्रता आईपीएल में प्रवेश सुनिश्चित नहीं करता है।"
बता दें, विराट कोहली की कप्तानी में टीम इंडिया ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में टेस्ट सीरीज में मात दी थी। ये पहली बार था जब भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में कोई सीरीज अपने नाम की थी। इस सीरीज में हालांकि बैन के कारण स्टीव स्मिथ और डेविड वॉर्नर ने हिस्सा नहीं लिया था।
लक्ष्मण ने कहा, "किसी के लिए अच्छा होने से आपको आईपीएल में जगह नहीं मिलती। कोई भी फ्रेंचाइजी खिलाड़ी की काबिलियत देखती है, जो उन्हें मैच या टूर्नामेंट में अच्छा पारिणाम दिलाने में अहम भूमिका अदा कर सके। उन्होंने कहा, "ये ऐसे खिलाड़ी हैं, जिन्हें आईपीएल अनुबंध मिलता है। इसलिए किसी के साथ अच्छा व्यवहार करने से आपको आईपीएल में जगह नहीं मिलेगी।"
लक्ष्मण से पहले ऑस्ट्रेलियाई कप्तान टिम पेन भी क्लार्क के बयान का खंडन कर चुके हैं। पेन ईएसपीएनक्रिकइन्फो को बताया, ""मैंने ऐसा कुछ भी नोटिस नहीं किया कि खिलाड़ी विराट कोहली के साथ जानबूझकर अच्छा व्यवहार कर रहे थे या फिर उन्हें आउट नहीं करना चाहते थे। जिन भी खिलाड़ियों के हाथ में गेंद या बल्ला था, वो सभी अपनी-अपनी तरफ से ऑस्ट्रेलिया को मैच जिताने की पूरी कोशिश कर रहे थे।"