भारत को दो वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाने वाले सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर को कई बार देखा गया है कि वह मैदान पर अपना आपा खो देते हैं और विपक्षी टीम के खिलाड़ियों से भिड़ जाते हैं। उनके गुस्से के कारण टीम में भी उनसे कई खिलाड़ियों की नहीं बन पाती थी। अब भारतीय टीम के पूर्व चयनकर्ता अध्यक्ष दिलीप वेंगसरकर ने बताया कि क्यों उन्होंने टीम से अपना स्थान गंवाया।
दिलीप वेंगसरकर ने गौतम गंभीर को एक अंटररेटिड खिलाड़ी बताते हुए कहा कि वह अपने गुस्से और इमोशन पर कंट्रोल नहीं रख पाने के कारण टीम में अपनी जगह नहीं सुरक्षित रख पाए थे।
वेंगसरकर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा ''अंडररेटिड प्लेयर। उनके पास बहुत टैलेंट था, लेकिन वह अपने गुस्से और इमोशंस पर कंट्रोल नहीं कर सकते थे। मुझे लगता है कि उनके पास जिस तरह की क्षमता थी, उसके हिसाब से उन्हें भारत के लिए और भी अधिक खेलना चाहिए था।''
बता दें, गंभीर ने वर्ल्ड कप 2007 फाइनल मैच में 75 तो वर्ल्ड कप 2011 में 97 रन की शानदार पारी खेलकर भारत की जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। गंभीर ने अपने करियर के दौरान भारत के लिए 58 टेस्ट, 147 वनडे और 37 टी20 मैच खेले थे जिसमें उन्होंने कुल 10 हजार से अधिक रन बनाए थे।
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2018 में क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद गंभीर ने राजनीति में कदम रखा।
हाल ही में कश्मीर मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को डरपोक कहने पर गौतम गंभीर ने शाहिद अफरीदी की जमकर क्लास लगाई थी। अफरीदी ने कहा था 'वैसे तो मोदी बहुत दिलेर बनने की कोशिश करते हैं, लेकिन हैं डरपोक आदमी। इतने छोटे से कश्मीर के लिए उन्होंने 7 लाख की फौज जमा की है जबकि पाकिस्तान की कुल फौज 7 लाख की है लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि उनके पीछे 22-23 करोड़ की फौज (पाकिस्तान की जनसंख्या) खड़ी है।'
इसका मुंह तोड़ जवाब देते हुए गंभीर ने ट्विट किया था 'पाकिस्तान के पास 7 लाख फौजी हैं और 20 करोड़ लोग उनके पीछे खड़े हैं, ऐसा कहना है 16 साल के शख्स शाहिद अफरीदी का। फिर भी कश्मीर के लिए 70 साल से भीख मांग रहे हो। अफरीदी, इमरान और बाजवा जैसे जोकर भारत और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के खिलाफ जहर ही उगल सकते हैं जिससे पाकिस्तान के लोगों का बेवकूफ बनाते रहें लेकिन फैसले के दिन तक कश्मीर नहीं मिलेगा! याद है ना बांग्लादेश?'