पाकिस्तान के पूर्व विकेटकीपर राशिद लतीफ ने एक ऑनलाइन वीडियो चैट में भारत के महान सचिन तेंदुलकर की प्रशंसा की है। तेंदुलकर के खेल के प्रति जुनून के बारे में बोलते हुए लतीफ ने कहा कि वह एक ऐसे क्रिकेटर थे जिन्होंने बल्लेबाजी को वास्तव में आसान बनाया।
सचिन तेंदुलकर क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप टेस्च में 200 मैच खेलने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर है। वहीं, तेंदुलकर वनडे में और टेस्ट दोनों फॉर्मेट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। यही नहीं, इंटरनेशनल क्रिकेट में शतकों का शतक लगाने वाले एकमात्र खिलाड़ी है। सचिन के नाम टेस्ट में 51 शतक और वनडे में 49 शतक दर्ज हैं।
लतीफ ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो में कहा, "सचिन दुनिया के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ी और इंसान है। 200 टेस्ट खेलना और 400 से ज्यादा वनडे खेलना किसी इंसान के बस की बात नहीं हैं। भारत, पाकिस्तान और कई देशों से कई बेहतरीन खिलाड़ी निकले हैं लेकिन जो सचिन का कैरेक्टर था वो कमाल का था।"
उन्होंने आगे कहा, "आप किसी भी विवाद में उसका नाम नहीं पाएंगे, चाहे वह टीम प्रबंधन के साथ हो या युवाओं के साथ हो। कोई भी रिकॉर्ड बुक हो या कोई भी इलेवन हो, उसमें तेंदुलकर का नाम हमेशा रहेगा।
लतीफ ने कहा, "तेंदुलकर और अन्य खिलाड़ियों के बीच सबसे बड़ा अंतर यह था कि वह अपने खेल को लेकर काफी जुनूनी थे। सचिन जैसा जुनून किसी और भी खिलाड़ी में नहीं था। सचिन ने अपने खेल और टीम के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया। 15 साल की उम्र में इंटरनेशनल क्रिकेट खेलना कमाल की बात है।"
लतीफ ने भारत-पाकिस्तान सीरीज के दौरान तेंदुलकर के खिलाफ खेलने के अपने अनुभव को भी साझा किया। लतीफ ने यह भी माना कि कट्टर प्रतिद्वंद्वी टीम का खिलाड़ी होने के बावजूद तेंदुलकर को स्टंप्स के पीछे से बल्लेबाजी करते हुए देखना काफी पसंद था। दिल नहीं करता था कि सचिन आउट हो जाएं।" लतीफ ने आगे कहा कि, "तेंदुलकर का व्यवहार बहुत अच्छा था। विकेटकीपिंग के दौरान भले ही मैंने पीछे से कुछ कहा हो सचिन ने कभी भी जवाब में कुछ नहीं कहा। सचिन को खेलते देखना शानदार था।"