74वें स्वतंत्रता दिवस पर 15 अगस्त को `महेंन्द्र सिंह धोनी ने अचानक से क्रिकेट पर संन्यास लेकर सभी फैन्स को चौंका दिया। उन्होंने अपने संन्यास लेने के लिए किसी भव्य समारोह का आयोजन करवाना मुनासिब ना समझा। ऐसे में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक का मानना है कि धोनी को इस तरह से नहीं बल्कि क्रिकेट के मैदान में फैन्स के बीच संन्यास लेना चाहिए था।
अपने यूट्यूब चैनल पर पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इंजमाम ने कहा, "धोनी एक ऐसा खिलाड़ी था जो मैच को खत्म कैसे करना है ये बखूबी जानता था। वो ऐसा खिलाड़ी नहीं था जो हर मैच में शतक करे बल्कि वो ऐसा था जो अपनी पारी को बनता था और सिर्फ जीतने पर फोकस करता था।"
इतना ही नहीं इंजमाम ने धोनी की योग्यता के बारे में आगे कहा, "एमएस धोनी इतने चतुर क्रिकेटर हैं कि उन्हें पता था कि खिलाड़ियों का निर्माण कैसे करना है। खेल के बारे में उनकी समझ इतनी अच्छी थी कि वे खिलाड़ियों को चुनते थे और फिर उन्हें महान खिलाड़ियों में बदल देते थे। सुरेश रैना और आर. अश्विन दोनों धोनी के द्वारा ही बनाए गए महान खिलाड़ी है।"
उन्होंने आगे कहा, "धोनी के दुनिया भर में लाखों प्रशंसक हैं जो उन्हें मैदान पर खेलते देखना चाहते हैं। मेरे विचार से, इस तरह के कद के खिलाड़ी को घर बैठे ही संन्यास नहीं लेना चाहिए। उन्हें क्रिकेट के मैदान से रिटायरमेंट की घोषणा करनी चाहिए थी।"
धोनी और उनकी फैंस के प्रति दीवानगी के बारे में अंत में इंजमाम ने कहा, "अगर वह अपने सभी प्रशंसकों के सामने खेल से संन्यास लेता तो लोगों को खुशी होती और मुझे खुशी होती। क्योंकि वह भारत के लिए इतने महान कप्तान रहे हैं। उनकी जीत का अनुपात, जिस तरह से उन्होंने टीम का नेतृत्व किया, जिस तरह से उन्होंने खिलाड़ियों को बनाया, वह मैदान पर अपने प्रशंसकों से श्रद्धांजलि के हकदार हैं।"
बता दें कि धोनी भारत को आईसीसी की तीनो ट्रॉफी ( 2007 टी20 विश्वकप, 2011 विश्वकप और 2013 चैम्पियंस ट्राफी ) जिताने वाले एकमात्र कप्तान हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट से साल 2014 में ही संन्यास ले लिया था। जिसके बाद पिछले साल 2019 विश्वकप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच में रन आउट होने के बाद अब धोनी ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। हलांकि इसके बावजूद वो 19 सितंबर से शुरू होने वाले आईपीएल में चेन्नई की टीम के लिए कप्तानी करते हुए जरूर नजर आएंगे।