अनुभवी ऑफ स्पिनर आर अश्विन ने आस्ट्रेलियाई टॉप ऑर्डर को सस्ते में समेट दिया। जबकि तेज गेंदबाजों ने रनगति पर अंकुश लगाकर पहले क्रिकेट टेस्ट के दूसरे दिन शुक्रवार को भारत का पलड़ा भारी कर दिया। दूसरे भारत के शानदार प्रदर्शन पर बात करते हुए इंडिया टीवी एक्सपर्ट और टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने कहा कि,''मैंने कभी ऑस्ट्रेलिया को इस तरह से बल्लेबाजी करते नहीं देखा। ट्रेविड हेड को छोड़ दिया जाए तो बाकी बल्लेबाजों ने तो ऑस्ट्रेलिया की लुटिया डुबोने में कोई कसर नहीं छोड़ी। ऑस्ट्रेलिया से इस तरह की धीमी बल्लेबाजी की उम्मीद किसी ने नहीं की होगी।''
गांगुली के मुताबिक तीसरा दिन एडिलेड टेस्ट का टर्निंग प्वाइंट साबित होगा। उन्होंने कहा,''तीसरे दिन भारत को स्टार्क और हेड को जल्द से जल्द निपटाना होगा।''
ऑस्ट्रेलिया के लिये आखिरी सेशन में ट्रेविस हेड (नाबाद 61) और पैट कमिंस (10) ने 50 रन की साझेदारी की लेकिन आखिर में कमिंस के आउट होने से भारत ने फिर दबाव बना दिया। भारत के लिए अश्विन ने 33 ओवर में 50 रन देकर 3 विकेट लेकर शानदार गेंदबाजी की।
गांगुली ने अश्विन की तारीफ करते हुए कहा कि,''जिस तरह से बाएं हाथ के बल्लेबाज अश्विन को खेलने में पूरी तरह से नाकाम रहे हैं उससे देखते हुए कहा जा सकता है कि अश्विन पूरी सीरीज के दौरान बेहद खुश रहेंगे। भारत को कल सुबह अश्विन के साथ शुरुआत करनी चाहिए। अश्विन ने बाएं हाथ के बल्लेबाजों के खिलाफ शानदार गेंदबाजी की है। अश्विन एक वर्ल्ड क्लास स्पिनर है और वो परिस्थिति के मुताबिक अपने खेल को ढालना जानता है।''
इतना ही नहीं गांगुली ने अश्विन का सीरीज में भारत के लिए तुरुप का इक्का बताया। उन्होंने कहा,''अश्विन इस सीरीज में भारत के लिए तुरुप का इक्का साबित होंगे। हो सकता वो पर्थ और मेलबर्न में इतने कारगर साबित ना हों लेकिन सिडनी में अश्विन महत्वपूर्ण फैक्टर होंगे।
गांगुली का मानना है कि अर्धशतक बनाकर नाबाद रहने वाले ट्रेविस हेड अगर तीसरे दिन बड़ी पारी नहीं खेलते पाते तो भारत का पलड़ा भारी रहेगा। उन्होंने कहा,''कल सुबह हेड को अपने खेल को परिस्थिति के मुताबिक ढालने में मुश्किल होगी। भारत को सुबह अच्छी शुरुआत करनी होगी। खासकर दोनों बल्लेबाज बाएं हाथ के हैं उनके खिलाफ शुरू से ही अश्विन को लगा देना चाहिए।"
साथ ही गांगुली ने कप्तान कोहली की सूझबूझ की भी तारीफ की। उन्होंने कहा कि,'' एडिलेड में गर्मी बहुत ज्यादा है इसलिए विराट ने अपने तेज गेंदबाजों के स्पैल छोटे रखे और दूसरे छोर से स्पिनर को लगाए रखा ताकि रनों पर भी अंकुश लगा रहे। ये रणनीति भारत के फेवर में रही। मैं सिर्फ उनको एक ही सलाह देना चाहूंगा कि प्वाइंट के फील्डर को पीछे ना भेंजे इसकी वजह से ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज आसानी से सिंगल लेने में कामयाब हो रहे हैं।''
टीम कॉम्बिनेशन पर भी विराट को पूर्व कप्तान का पूरा साथ मिला। गांगुली ने कहा विराट ने बिल्कुल सही टीम चुनी है। उन्होंने बल्लेबाजी को ध्यान में रखते हुए प्लेइंग इलेवन का चुनाव किया है। दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया में आप हमेशा तीन तेज गेंदबाजों के साथ उतरना चाहते हैं। हार्दिक पंड्या की कमी जरूर खल रही है लेकिन तीनों तेज गेंदबाज इन हालात में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं।''