मुंबई। पूर्व भारतीय कप्तान शांता रंगास्वामी ने मंगलवार को कहा कि मिताली राज ने टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने का सही फैसला किया क्योंकि इससे उन्हें 2021 एकदिवसीय विश्व कप पर अधिक ध्यान देने में मदद मिलेगी। एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की सबसे सफल बल्लेबाज के अलावा मिताली टी20 क्रिकेट में भी भारत की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज हैं।
रंगास्वामी ने पीटीआई से कहा, ‘‘देखिए, (टी20 टीम में) उसे शामिल करने या नहीं करने को लेकर काफी हाय-तौबा मची थी लेकिन टी20 में भी वह 2000 रन बनाने वाली पहली भारतीय है। उसके बाद ही रोहित शर्मा और विराट (कोहली) ने यह उपलब्धि हासिल की। कोई इस तथ्य को नहीं नकार सकता था विवादों को भुला दिया जाए तो वह भारत की महानतम बल्लेबाज है।’’
भारत की ओर से 16 टेस्ट खेलने वाली 65 साल की रंगास्वामी ने कहा, ‘‘यह हमारी व्यवस्था में हैं कि जो भी सफल होता है हम उसे नीचे खींचने की कोशिश करते हैं। मैं इस घोषणा का इंतजार कर रही थी क्योंकि हमें एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मैचों में उसकी जरूरत है और उसे अपनी उर्जा बचानी होगी क्योंकि वह अब युवा नहीं होने वाली। मुझे लगता है कि उसे कुछ समय पहले ही संन्यास की घोषणा कर देनी चाहिए थी लेकिन खुश हूं कि उसने यह फैसला किया।’’
मिताली ने कहा है कि वह न्यूजीलैंड में 2021 में होने वाले विश्व कप को देखते हुए अपने एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय करियर पर ध्यान देना चाहती हैं। मिताली की संन्यास की घोषणा हैरान करने वाली है क्योंकि पिछले हफ्ते ही उन्होंने 24 सितंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू हो रही घरेलू श्रृंखला के लिए खुद को उपलब्ध घोषित किया था। सोशल मीडया पर आस्ट्रेलिया की पूर्व क्रिकेटर लिसा स्थालेकर और पूर्व भारतीय खिलाड़ी अंजुम चोपड़ा ने भी खेल में योगदान के लिए मिताली की तारीफ की।