नई दिल्ली। संजय जगदाले, आशू दानी और विनय लिम्बा सहित पूर्व प्रथम श्रेणी खिलाड़ियों ने बीसीसीआई से उनकी पेंशन 50 प्रतिशत बढ़ाने का अनुरोध किया है। वर्ष 2003-04 तक कम से कम 25 प्रथम श्रेणी मैच खेलने वाले क्रिकेटरों को मासिक पेंशन दी जाती है लेकिन 2015 के बाद से प्रशासकों की समिति से लगातार अनुरोध करने के बावजूद इस राशि में कोई बदलाव नहीं हुआ।
पूर्व खिलाड़ियों ने बीसीसीआई के कार्यकारी अध्यक्ष सीके खन्ना को इस संबंध में लिखा जिन्होंने इस मुद्दे को निपटाने के लिये सीओए से अनुरोध किया। खन्ना ने सीओए को लिखे अपने ईमेल में लिखा, ‘‘बीसीसीआई अपने क्रिकटरों का पूरा ध्यान रखता है और पूर्व क्रिकेटर बीसीसीआई से उम्मीद लगाये हैं। संन्यास ले चुके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटरों और घरेलू क्रिकेटरों की पेंशन में संशोधन पर चर्चा हो चुकी है और इस राशि को 2015 में ही बदला गया था। खिलाड़ी इसमें संशोधन का इंतजार कर रहे हैं।’’
जो खिलाड़ी 75 से ज्यादा प्रथम श्रेणी मैच खेल चुके हैं, वो बीसीसीआई की एक मुश्त पेंशन पा चुके हैं लेकिन बीसीसीआई से कई बार अनुरोध किया गया कि 75 से कम मैच खेलने वाले क्रिकेटरों को भी इसमें शामिल किया जाये। जगदाले बीसीसीआई के सचिव भी रह चुके हैं, वह मध्यप्रदेश के लिये 53 प्रथम श्रेणी मैच जबकि दिल्ली के दानी 49 मैच खेल चुके हैं।
बोर्ड के एक अधिकारी ने पीटीआई से कहा, ‘‘पूर्व खिलाड़ियों की मांग जायज है और इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। बीसीसीआई के मुख्य वित्त अधिकारी को इस पर काम करने के लिये कहा गया है लेकिन देरी क्यों हो रही है, इसके बारे में बताया नहीं जा रहा। ’’