लंदन। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट का कहना है कि अगर इंग्लैंड का कोई खिलाड़ी राष्ट्रीय कर्तव्य निभाने की बजाए घर जाना चाहते हैं तो उनका वेतन काटा जाना चाहिए। बॉयकॉट ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाड़ी कभी आईपीएल से ब्रेक नहीं लेते हैं तो उन्हें राष्ट्रीय टीम के लिए खेलने के वक्त भी इसकी इजाजत नहीं देनी चाहिए। बॉयकॉट की टिप्पणी ऐसे वक्त सामने आई है जब भारत के खिलाफ इंग्लैंड को मिली 1-3 की हार के बाद रोटेशन नीति की काफी आलोचना हो रही है।
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बॉयकॉट ने द डेली टेलिग्राफ में लिखा, "इंग्लैंड हाल ही में भारत के साथ सीरीज में रोटेशन नीति पर उलझ गई। अगर खिलाड़ी खेलने के बजाय घर जाना चाहते हैं तो उनके वेतन में कटौती करें या फिर उन्हें तभी टीम में लें, जब वह इस बात पर मंजूरी दें कि वह पूरी सीरीज के लिए उपलब्ध रहेंगे।"
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इंग्लैंड के मुख्य कोच क्रिस सिल्वरवुड ने हाल ही में प्रेस वार्ता में कहा था कि खिलाड़ियों से आईपीएल में नहीं खेलने के लिए कहना कठिन होता है।
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बॉयकॉट का हालांकि कहना है कि खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम के लिए खेलना चाहिए, क्योंकि जब वह इंग्लैंड लिए अच्छा प्रदर्शन करेंगे तभी उन्हें आईपीएल टीमें लेंगी।
बॉयकॉट ने कहा, "खिलाड़ियों को यह नहीं भूलना चाहिए कि उन्हें तभी आईपीएल टीमें खेलने बुलाती हैं, जब वह इंग्लैंड के लिए अच्छा प्रदर्शन करते हैं। इसलिए उन्हें देश के लिए कृतज्ञ होना चाहिए और राष्ट्रीय टीम को तरजीह देनी चाहिए।"
बॉयकॉट ने कहा, "खिलाड़ी मानिसक स्वास्थ्य का हवाला देकर इंग्लैंड के बायो सिक्योर बबल से हट जाते हैं, लेकिन मैं दावे के साथ कह सकता हूं कि हमारा कोई खिलाड़ी पत्नी और बच्चों के लिए भी आईपीएल नहीं छोड़ेगा।"