हाल ही में अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज़ ने भारत की रेटिंग में सुधार किया है. इसे लेकर जहां सत्तारुढ़ बीजेपी इसे अपनी उपलब्धि बता रही है वहीं विपक्षी कांग्रेस और वामपंथी दल इसे चुनावी स्टंट बता रहे हैं. बहरहाल इस राजनीति लड़ाई में एक क्रिकेटर फंस गया है जिसे सोशल मीडिया पर ट्रोल किया जा रहा है. दरअसल क्रेडिट एजेंसी मूडी की रिपोर्ट के बाद वामपंथियों ने इसे पूंजीवाद का षणयंत्र बताया है और इसकी आलोचना की है.
मूडीज़ से नाराज़ सीपीएम कार्यकर्ता ऑस्ट्रेलिया के पूर्व ऑलराउंडर टॉम मूडी को मूडीज़ इंवेस्टर समझकर बुरा भला कहने लगे. उन्हें लगा कि भारत की क्रेडिट रेटिंग सुधार के पीछे टॉम मूडी का हाथ है. उनका कहना है कि मूडी को ऐसा करने के लिए सरकार ने पैसा दिया. कुछ ने तो उन्हें संघी तक कह दिया.
कुछ CPM कार्यकर्ताओं ने बाद में माफ़ी मांग ली है. इस बीच CPM ने कहा कि सारे यूज़र्स फ़ेक थे और पार्टी को बदनाम करने के लिए ऐसा किया गया है.
बता दें कि ये पहली बार नहीं हुआ जब भारत में कोई ग़लत व्यक्ति या संस्था ट्रोल हो गई हो. इसके पहले स्नैपचैट और स्नैपडील में कंफ़्यूज़ होकर स्नैपचैट के बदले स्नैपडील को निशाना बना दिया था. यहीं नही कैलाश सत्यार्थी को नेबल पुरस्कार मिलने पर कुछ बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीया को बधाई दे डाली थी.