दुबई: पूर्व चैंपियन श्रीलंका और बांग्लादेश अपनी कम रैंकिंग के कारण पुरूष टी20 विश्व कप सुपर 12 के लिये सीधे क्वालीफाई करने में नाकाम रहे और अब उन्हें 2020 में होने वाले इस टूर्नामेंट में जगह बनाने के लिये ग्रुप चरण की प्रतियोगिता में हिस्सा लेना होगा। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मंगलवार को सुपर 12 के लिये सीधे क्वालीफाई करने वाली टीमों की घोषणा की जिनमें शीर्ष रैंकिंग के पाकिस्तान, भारत, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, वेस्टइंडीज और अफगानिस्तान शामिल हैं।
लेकिन पूर्व चैंपियन और तीन बार के उप विजेता श्रीलंका और बांग्लादेश को टूर्नामेंट के ग्रुप चरण में छह अन्य क्वालीफायर्स के साथ खेलना होगा। यह टूर्नामेंट 18 अक्टूबर से 15 नवंबर 2020 के बीच ऑस्ट्रेलिया में आयोजित किया जाएगा।
क्वालीफिकेशन मानदंडों के अनुसार चोटी की आठ टीमों को सीधे सुपर 12 चरण में जगह मिलती है जबकि बाकी दो टीमों को अन्य टीमों के साथ ग्रुप चरण में खेलना होगा। ग्रुप चरण की अन्य टीमों का निर्धारण 2019 में होने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप क्वालीफायर्स से होगा। ग्रुप चरण से चार टीमें सुपर 12 में जगह बनाएंगी।
श्रीलंका के कप्तान लसिथ मलिंगा ने निराशा व्यक्त की कि 2014 का चैंपियन सुपर 12 में जगह बनाने में असफल रहा लेकिन उन्हें टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करने की उम्मीद है।मलिंगा ने कहा, ‘‘यह थोड़ा निराशाजनक है कि हम सुपर 12 में सीधे जगह नहीं बना पाये लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि हम टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन करेंगे। ’’
बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने कहा कि हाल के प्रदर्शन से टीम का विश्वास बढ़ा है कि वह चुनौती का डटकर सामना करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे ऐसा कोई कारण नजर नहीं आता जो हम टूर्नामेंट में आगे नहीं बढ़ सकें। अभी इसमें समय है और हम टी20 विश्व कप के लिये इसका उपयोग करेंगे। हमने वेस्टइंडीज के खिलाफ टी20 सीरीज जीती जो विश्व चैंपियन रहा है। इस प्रदर्शन से हमारा अपनी टी20 क्षमताओं पर भरोसा बढ़ा है।’’