इंग्लैंड क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान नासिर हुसैन और बल्लेबाज रॉबर्ट की ने इंग्लैंड की बल्लेबाजी की विफलता के लिए काउंटी चैंपियनशिप क्रिकेट के खराब स्तर को जिम्मेदार ठहराया है। दोनों ने लाल गेंद वाले क्रिकेट के फॉरमेट की उपेक्षा के लिए इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) को दोषी ठहराया है।
डेलीमेल को डॉट यूके ने हुसैन के हवाले से लिखा, ''मैंने इसका (द हंड्रेड टूर्नामेंट) आनंद लिया है। माहौल शानदार रहा है और इसके बारे में एक अलग अनुभव है। साल के इस समय में इतनी सफेद गेंद वाले क्रिकेट होने से टेस्ट क्रिकेट को हर तरह से क्षति हुई है। यह कार्यक्रम यह हास्यास्पद है।''
रॉर्बट की ने हालांकि कहा कि इंग्लैंड की बल्लेबाजी की समस्या शेड्यूलिंग से पहले की है।
15 टेस्ट खेलने वाले पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ''मैं एक बिंदु तक कार्यक्रम के बारे में सहमत हूं लेकिन टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की समस्याएं हंड्ऱेड के कारण नहीं आई हैं। न्यूजीलैंड सीरीज से पहले काउंटी चैंपियनशिप क्रिकेट बहुत था। इंग्लैंड के खिलाड़ियों की तकनीक उस माहौल से विकसित हुई है जिसमें उन्होंने सात या आठ साल खेले हैं। हम लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए वर्षों की उपेक्षा के परिणाम देख रहे हैं।''
हुसैन ने सहमति जताई और कहा कि केवल भारत और न्यूजीलैंड ही अच्छी गुणवत्ता वाले टेस्ट मैच बल्लेबाज पैदा कर रहे हैं।
हुसैन ने कहा, ''न्यूजीलैंड और भारत में टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनलिस्ट जो उच्च गुणवत्ता वाले लाल गेंद वाले बल्लेबाज पैदा कर रहे हैं। बाकी टीमें बल्लेबाजी की उपेक्षा कर रही हैं।''
96 टेस्ट मैचों में इंग्लैंड का प्रतिनिधित्व करने वाले हुसैन ने कहा कि समाधान बेहतर पिचों पर क्रिकेट खेलने में है। इसके लिए उन्होंने कहा कि ईसीबी को न्यूजीलैंड क्रिकेट द्वारा स्थापित उदाहरण को देखने की जरूरत है।