कोरोना वायरस महामारी के बीच आईपीएल के भविष्य को लेकर अनिश्चितता बनी हुई हैं। हालांकि भारतीय फैंस को उम्मीद है कि इस साल के अंत में आईपीएल का आयोजन हो सकता है। कोरोना के कारण ऑस्ट्रेलिया में होने वाला T20 वर्ल्ड कप पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। इस बीच बीसीसीआई के पूर्व कोषाध्यक्ष अनिरुद्ध चौधरी ने आईपीएल के आयोजन को लेकर बड़ा बयान दिया है।
अनिरुद्ध चौधरी का मानना है कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) का आयोजन होना चाहिए क्योंकि यह सिर्फ रेवेन्यू लेकर नहीं आता बल्कि यह घरेलू क्रिकेटरों के लिए भी काफी अहमियत रखता है।
चौधरी ने नीरजा मोदी स्कूल द्वारा आयोजित वेबीनार में कहा, "यह आईपीएल की गर्वनिंग काउंसिल (जीसी) का फैसला है, लेकिन मेरे विचार यह हैं कि ऐसी स्थिति बनाने की कोशिश की जाने चाहिए जहां आईपीएल हो सके।" उन्होंने कहा, "यह घरेलू क्रिकेट खिलाड़ियों के लिए काफी जरूरी है। इससे आने वाला रेवेन्यू भी काफी जरूरी है।"
चौधरी से आईपीएल को भारत के बाहर ले जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, "अगर जीसी इसे देश से बाहर ले जाने का फैसला भी करती है तो.. यह ऐसे देश में होना चाहिए जहां के टाइम में भारत से ज्यादा अंतर न हो। प्रसारणकर्ता आठ बजे का स्लॉट चाहते हैं। उनके लिए यह अहम है।"
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इससे पहले किंग्स इलेवन पंजाब के सह-मालिक नेस वाडिया ने कहा कि विदेशी खिलाड़ियों के बिना टूर्नामेंट के आयोजन का कोई मतलब नहीं होगा। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के मद्देनजर चकाचौंध से भरे इस टी20 लीग के भाग्य पर फैसला करने के लिए बीसीसीआई को और समय चाहिए होगा।
गौरतलब है कि आईपीएल के 13वां सीजन का आगाज 29 मार्च से शुरू होना था लेकिन कोरोनावायरस महामारी के चलते टूर्नामेंट को अनिश्चितकाल तक के लिए टाल दिया गया। कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाला T20 वर्ल्ड कप कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित होता है तो आईपीएल के आयोजन का रास्ता साफ हो सकता है। बीसीसीआई सितंबर-अक्टूबर में आईपीएल के 13वें सीजन के आयोजन की योजना बना रहा है।
(With IANS inputs)