मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज मार्क वॉ का मानना है कि एडिलेड में शर्मनाक हार के बाद भारतीय टीम की टेस्ट श्रृंखला में वापसी की कोई उम्मीद नहीं है और मेजबान टीम 4-0 से ‘क्लीन स्वीप’ कर सकती है।
एडिलेड में पहले टेस्ट में भारत को दूसरी पारी में टेस्ट क्रिकेट के उसके न्यूनतम स्कोर 36 रन पर समेटने के बाद ऑस्ट्रेलिया ने आठ विकेट से जीत दर्ज की।
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यह पूछने पर कि क्या भारत की वापसी की उम्मीद दिख रही है, उन्होंने कहा,‘‘कोई उम्मीद नहीं। कोई उम्मीद नहीं है।’’
उन्होंने कहा,‘‘एडिलेड टेस्ट में वे जीत सकते थे। विराट कोहली एक ही टेस्ट खेल रहा था। मुझे लगा था कि वहां के हालात भी उनके अनुकूल थे।’’
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उन्होंने कहा,‘‘अब नहीं लगता कि वे वापसी कर पायेंगे। पहला टेस्ट तीन दिन में हारने के बाद तो बिल्कुल नहीं। ऑस्ट्रेलिया 4-0 से जीतेगा।’’
वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व बल्लेबाज माइक हसी ने हाल ही में भारतीय सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ को बॉक्सिंग डे टेस्ट में खिलाने की वकालत की थी।
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उन्होंने कहा "मुझे लगता है कि चयनकर्ताओं को पृथ्वी शॉ पर कुछ विश्वास दिखाना चाहिए। हां, पिछले टेस्ट मैच में उन्हें कोई रन नहीं मिला, लेकिन यह ( मेलबर्न ) एक टेस्ट है, जिसमें गेंदबाजी को मददगार पिच पर बल्लेबाजी करना है।"
उन्होंने आगे ऑस्ट्रेलिया के सलामी बल्लेबाज जोए बर्न्स का उदाहरण देते हुए कहा, "बर्न्स का फर्स्ट क्लास क्रिकेट में 7 से नीचे का औसत था। ऐसे में चयनकर्ताओं ने उनपर विश्वास जताया।वो पहली पारी में सस्ते में आउट हो गये थे लेकिन उसके बाद उन्होंने अपनी फॉर्म को वापस हासिल किया"
इस तरह हसी ने शॉ के लिए भी कहा, "मेरा मानना है कि टीम इंडिया को शॉ पर भरोसा जताना चाहिए। यहाँ तक की अगर दूसरा टेस्ट भी खराब हो जाता है तब भी उन पर विश्वास दिखाई जाने की कमी नाही आने देनी चाहिए। वो एक शानदार टैलेंट है।"
हसी ने अंत में कहा, “यह क्या करता है कि यह टीम के बाकी सबके लिए एक महान संदेश भेजता है। यह लोगों को पसंद है, भले ही आपका यहां या वहां खराब टेस्ट हो, हम आप पर विश्वास नहीं खोने वाले हैं। हम जानते हैं कि आप अच्छे खिलाड़ी हैं और हम आपको बैक करेंगे। मेरा दृढ़ विश्वास है कि चयनकर्ताओं को टेस्ट मैच में शानदार टच नहीं देखने के बावजूद शॉ के साथ रहना चाहिए।"