आईसीसी महिला टी20 वर्ल्ड कप का समापन भारत ने हार के साथ किया। फाइनल मैच में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रनों के बड़े अंतर से मात देकर 5वीं बार खिताब पर कब्जा किया। इस वर्ल्ड कप में शेफाली वर्मा को छोड़कर भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से तरह से फेल रही। वर्ल्ड कप में जितने रन हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और जेमिमाह रोड्रिग्स ने मिलकर बनाए उतने रन तो शेफाली ने अकेले ही बना दिए। शेफाली की बल्लेबाजी को देखर हर कोई उनकी तुलना सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग से कर रहा है, लेकिन अब उनकी कोच ने कहा है कि पहले शेफाली को शेफाली बनने दो बाद में उसे लेडी सचिन और लेडी सहवाग कहकर पुकारना।
चार साल से शेफाली को कोचिंग दे रही अश्विनी कुमार ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा "मुझे पता है कि ये तुलना काफी अच्छी है, लेकिन शेफाली शेफाली है। उसे पहले शेफाली बनने दो और फिर उसे आप लेडी सहवाग और लेडी सचिन कहकर पुकारो।"
कुमार ने आगे कहा "शेफाली को मजबूत बाहों और कंधों का आशीर्वाद प्राप्त है और उसका हैंड आई कॉर्डिनेशन भी लाजवाब है। जो गेंदबाजों के लिए थोड़ी सी चूक छोड़ देता है। मुझे यह तुलना थोड़ी अनुचित लगती है।"
शेफाली फाइनल मुकाबले में मात्र दो रन बनाकर आउट हो गई थी। इस पर कोच ने कहा "शेफाली मेहनती है और जल्दी चीजों को सीखती है। उसे अपनी बल्लेबाजी में एक चीज चाहिए जो है विकेट की बीच दौड़ना। वह अभी युवा है और वो अनुभव के साथ अच्छी होती चली जाएगी। मैं आपको आश्वस्त कर सकती हूं कि वह खेल के सभी रूपों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेगी। मेरे शब्दों को लिख लें, यह सिर्फ शुरुआत है।"