बीसीसीआई के कड़े नियम की वजह से भारतीय खिलाड़ी विदेशी क्रिकेट लीग से दूर ही रहे हैं लेकिन हाल ही में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने वाले दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने कनाडा टी-20 लीग में अपना शानदार डेब्यू किया। कनाडा टी-20 लीग के बाद युवराज अब अबू धाबी टी-10 लीग में भी अपना जलवा दिखाने के लिए तैयार हैं।
युवराज सिंह के टी-10 लीग से जुड़ने पर साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान हाशिम अमला ने कहा कि इस लीग में युवा क्रिकेटरों को उनसे सीखने का एक अच्छा अवसर है। टी-10 में कर्नाटक टस्कर्स के लिए खेलने वाले अमला ने कहा कि इस टूर्नामेंट में युवराज के शामिल होने से इसका रोमांच और बढ़ गया है। युवराज टी-10 में मराठा अरेबियंस के लिए मैदान पर उतरेंगे।
बीसीसीआई के नियमों पर बात करते हुए अमला ने कहा, ''विदेशी लीग में भारतीय खिलाड़ियों को भाग लेने की मंजूरी देना पूरी तरह से बीसीसीआई पर निर्भर है। उनके अपने नियम है लेकिन युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी अगर टी-10 क्रिकेट में खेलता है इससे सबसे अधिक फायदा युवा क्रिकेटरों को होगा। युवा खिलाड़ी उनके साथ खेलकर क्रिकेट की बारीकियों के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं।
टी-10 क्रिकेट लीग की शुरुआत 15 नंवबर से हो रही है जो कि 24 नंवबर तक खेली जाएगी। मराठा अरेबियन्स ने हाल ही में जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान और इंग्लैंड के पूर्व कोच एंडी फ्लावर को अपना मुख्य कोच नियुक्त किया था जिसके बाद उन्होंने युवराज को टीम में शामिल करने की घोषणा की।
पिछली बार की तरह ही वेस्टइंडीज के पूर्व कप्तान ड्वेन ब्रावो मराठा की कप्तनी करेंगे। फ्रेंचाइजी ने लसिथ मलिंगा, हजरतुल्लाह जाजाई, नजीबुल्लाह जारदान और क्रिस लिन को रिटेन किया है।
युवराज ने टीम से जुड़ने पर कहा, "इस नए फॉर्मेट का हिस्सा बनना बहुत रोमांचक है। मैं इस लीग में दुनिया के कुछ सबसे बड़े नामों से जुड़ने और टीम मराठा अरेबियंस का प्रतिनिधित्व करने के लिए उत्साहित हूं। क्रिकेट के खेल के लिए यह समय बेहद रोमांचक होगा। यह देखकर खुशी हुई कि टी10 जैसी लीग इतनी मेहनत कर रही है ताकि खेल प्रेमियों को एक नया रोमांचक फॉर्मेट मिले।"
आपको बता दें कि युवराज सिंह ने भारत को 2007 में टी-20 विश्व कप और 2011 में 50 ओवर का विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने इस साल जून में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लिया था।