कोरोना वायरस महामारी के कारण महिला क्रिकेट इस साल हुए T20 क्रिकेट वर्ल्ड कप के बाद से ही ठप्प पड़ा है। कोरोना के चलते भारतीय महिला टीम के कई बड़े दौरे रद्द हो चुके हैं, हालांकि यूएई में महिला T20 चैलेंज के आयोजन से भारतीय महिला क्रिकेटर काफी खुश हैं।
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपना आखिरी मुकाबला मार्च में T20 क्रिकेट वर्ल्ड कप का फाइनल खेला था जिसमें उन्हें मेजबान ऑस्ट्रेलिया के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। इस हार के चलते भारतीय महिला टीम अपने पहले बड़े खिताब से चूक गई थी लेकिन टीम की युवा बल्लेबाज जेमिमा रोड्रिगेज का मानना है कि इस तरह की असफलता से ज्यादा सीखने को मिलता है।
जेमिमा रोड्रिगेज ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में वर्ल्ड कप को लेकर कहा, "मुझे लगता है कि फाइनल (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ) को छोड़कर हमारी टीम के लिए टूर्नामेंट अच्छा रहा था। यदि आप हमारी टीम की औसत आयु को देखें, तो यह करीब 20 साल थी (भारत की टीम टूर्नामेंट में सभी टीमों में सबसे कम उम्र की टीम थी)। इसलिए हमारी टीम में काफी संभावनाएं हैं।"
उन्होंने कहा, "हम जितना अधिक खेलेंगे, परिणाम बेहतर होंगे। हमारे लिए एक टीम के रूप में एकमात्र महत्वपूर्ण चीज जिस पर हमें काम करने की जरूरत है, वह है दबाव में योजनाओं को अच्छी तरह से इस्तेमाल करना। यदि आप ऑस्ट्रेलिया के साथ हमारी तुलना करते हैं, तो उन्होंने उस दिन अपनी सभी योजनाओं को बेहतर तरीके से लागू किया था। चाहे वह बल्लेबाजी हो , गेंदबाजी हो या फाल्डिंग। जबकि हम उस फाइनल में हमने बहुत अच्छा खेल नहीं दिखाया था। यह हमेशा सीखने का अनुभव होता है और मैं मानती हूं कि असफलताएं आपको सफलता से अधिक सिखाती हैं। निश्चित रूप से हम विश्व कप जीतना चाहते हैं लेकिन कभी-कभी आप असफलता से जो सीखते हैं वह कभी भी सफलता से नहीं सीख सकते हैं।"
गौरतलब है कि महिला टी-20 वर्ल्ड कप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 85 रन से हराया था। मेलबर्न में खेले गए इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 184 रन बनाए थे। इसके जवाब में भारतीय टीम 99 रन पर ढेर हो गई थी।