इसी महीने से शुरू होने वाले भारतीय टीम के ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर काफी बातें हो रही हैं। भारतीय टीम आज तक एक बार भी ऑस्ट्रेलिया में जाकर सीरीज नहीं जीती है। बता दें कि केवल भारत ही नहीं बल्कि कोई भी उपमहाद्वीपय टीम ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलिया को हराकर सीरीज नहीं जीती है। न ही पाकिस्तान न श्रीलंका और न ही बांग्लादेश। लेकिन अब कयास लगाए जा रहे हैं कि जो कोई न कर पाया वो ये भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में जाकर कर सकती है।
इंडिया टीवी के शो क्रिकेट की बात में बात करते हुए पूर्व भारतीय सलामी विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने कहा है कि इस भारतीय टीम में ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलियो को हराने का दम है। सहवाग ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलियो को हराना हम लोगों का.. मेरा एक सपना था जोकि मेरे टाइम में तो पूरा नहीं हुआ। मेरे से पहले ये सपना देखा था वीवीएस लक्ष्मण ने, उनके भी टाइम में पूरा नहीं हुआ और शायद उससे पहले सपना देखा था सचिन तेंदुलकर ने लेकिन उनके समय में भी पूरा नहीं हुआ। ऑस्ट्रेलिया में जाकर ऑस्ट्रेलियो को हराना एक सपना था जो अभी तक पूरा नहीं हुआ है।" सहवाग ने आगे कहा कि उन्हें उम्मीद है ये भारतीय टीम उस सपने को पूरा कर सकती है। वीरू ने कहा, "इस भारतीय टीम में दमखम है। जैसी तेज गेंदबाजी है, स्पिन गेंदबाजी.. बल्लेबाज हैं.. ये वहां जाकर ऑस्ट्रेलिया को ऑस्ट्रेलियो में हरा सकते हैं। इससे बढ़िया मौका शायद दुबारा नहीं आएगा क्योंकि इस दौरे के बाद भारत जब फिर से चार साल बाद ऑस्ट्रेलिया जाएगा तो क्या पता कौन टीम के साथ जाएगा और नहीं जाएगा.. इतनी अच्छी टीम होगी या नहीं होगी.. वो एक चैलेंज रहता है। लेकिन इस दौरे पर इस टीम के पास दमखम है और हमारा सपना शायद ये लोग पूरा कर सकते हैं।"
आज तक कोई उपमहाद्वीपय टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज नहीं जीती है। ऐसे क्या कारण हैं कि कोई उपमहाद्वीपय टीम ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीतने में असफल रहती है? इस पर सहवाग ने कहा, "वहां परिस्थितयां थोड़ी अलग होती हैं। वहां पर ऑस्ट्रेलियाई टीम वापसी कर सकती है। अभी तक ऑस्ट्रेलिया की टीम काफी मजबूत होती थी। लेकिन इस बार भारतीय टीम के पास मौका है।"
ऑस्ट्रेलिया दौरे को लेकर एक बार फिर से विराट कोहली पर सभी की नजरे हैं। विराट ने ऑस्ट्रेलिया में 600 से ज्यादा रन बनाए हैं। कोहली का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया में काफी बेहतर है। सहवाग ने कोहली को लेकर कहा, "विराट कोहली शायद इकलौते बल्लेबाज होंगे जिन्होंने ऑस्ट्रेलिया में चार शतक बनाए हैं। भारत का कोई भी बल्लेबाज ऐसा नहीं कर पाया। ये विराट को सभी बल्लेबाजों से अलग बनाता है। कोई भी टूर हो लेकिन अगर किसी से उम्मीद की जाती है तो वो है विराट कोहली। विराट कोहली से हम उम्मीद करते हैं कि वो वहां जाकर सबसे ज्यादा शतक लगाएंगे.. सबसे ज्यादा रन बनाएंगे और भारत को टेस्ट मैच जिताएंगे।" वीरू ने आगे कहा कि जो वहां (ऑस्ट्रेलिया) पहले रन बना चुका है वो हर बार जाकर रन बना सकता है। वहां पहली गेंद से लेकर आखिरी गेंद पर बाउंस मिलता है और आप अपने शॉट खेल सकते हैं।
सहवाग ने कहा कि गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया में उत्साहित हो जाते हैं लेकिन ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डरते नहीं हैं। वो वहां बचपन से खेलते आए हैं। इसीलिए जब भारतीय गेंदबाज वहां जाएं तो तुरंत अपनी लाइन और लेंथ पकड़ लें। जिस प्रकार हम बचपन से स्पिन अच्छा खेलते हैं। उसी प्रकार वो फास्ट बॉलिंग अच्छा खेलते हैं। ऑस्ट्रेलियाई स्लेजिंग को लेकर वीरू ने कहा, "ऑस्ट्रेलिया में स्टेडियम में स्लेजिंग से स्वागत है। हालांकि वे भारत पाकिस्तान की तरह गाली गलौज नहीं करते हैं लेकिन आपकी टेक्निक को लेकर टॉन्ट करते हैं या मीडिया में आपको लेकर कुछ लिखा है तो उसको लेकर बोलते हैं। मेरी टेक्निक के बारे में कहते थे कि इनके तो पैर ही नहीं चलते। लेकिन जब वो आउट होते थे तो मैं भी उनरप वैसे ही तंज कसता था। ऑस्ट्रेलिया में एक क्रिकेटिंग स्लैजिंग होती है जो गलत नहीं है।" सहवाग ने स्मिथ और वार्नर की गैरमौजबदगी को लेकर कहा, "स्मिथ-वार्नर वहां ऐसे खिलाड़ी है जो शतक और बड़े शतक बनाते हैं। ये दोनों चार टेस्ट मैचों की 8 पारियों में लगभग चार या तीन शतक बनाते। तो ये तो तय है कि जो ये शतक बनाते थे वो तो कम हो गए। कोई नए खिलाड़ी इनकी जगह लेंगे तो उनको शायद आउट किया जा सकता है। लेकिन ये जो खिलाड़ी थे वो भारत के लिए घातक साबित होते थे। वार्नर बतौर ओपनर तेजी से रन बनाते थे। नई गेंद जो जल्दी पुरानी करते थे ताकि औरों के लिए आसानी हो सके। इसलिए 50 प्रतिशत भारत के चांसेस अभी से बढ़ गए हैं।"
आपको बता दें कि 9 दिसंबर 2014 को एडिलेड के मैदान पर 4 साल पहले टीम इंडिया में विराट का युग का आगाज हुआ था। दरअसल इसी दिन कोहली को टीम की कमान सौंपी गई थी। दुनिया का नंबर वन बल्लेबाज बनकर कोहली अब वापस ऑस्ट्रेलिया लौट रहे हैं। संयोग देखिए जिस एडिलेड के मैदान से विराट ने कप्तानी शुरु की थी अब टीम इंडिया टेस्ट मैचों का सफर उसी एडिलेड के मैदान से इस बार शुरु कर रही है। यानि जहां विराट कप्तान बने थे वहां उनका सबसे बड़ा इम्तिहान होने जा रहा है।