भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने तीसरे मैच में टीम इंडिया को जीत दिलाने वाले रोहित शर्मा की जमकर तारीफ की। रोहित के दमदार शतक की बदौलत भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 3 मैचों की सीरीज में 2-1 से करारी शिकस्त देने में कामयाबी पाई। रोहित के नाबाद 100 रनों की बदौलत भारतीय टीम ने 199 रनों के लक्ष्य को आसानी से हासिल कर लिया और इंग्लैंड में इतिहास रच दिया। मैच के बाद इंडिया टीवी के साथ खास बातचीत में गांगुली ने कहा कि रोहित शानदार खिलाडी़ हैं और उनके बल्ले से बड़ी पारी के हालात बनते नजर आ रहे थे। (Also Read: रोहित शर्मा ने तीसरा टी20I शतक लगाकर की सबसे ज्यादा शतक के विश्व रिकॉर्ड की बराबरी)
गांगुली ने इंडिया टीवी के शो क्रिकेट की बात में कहा, 'मैंने कार्डिफ में आप से कहा था कि रोहित के बल्ले से बड़ी पारी निकलने ही वाली है। रोहित बड़े खिलाड़ी हैं और वो ज्यादा दिनों तक बड़ी पारी के बिना नहीं रह सकते। आज जब टीम को मैच जीतने के लिए उनकी सबसे ज्यादा जरूरत थी तब उन्होंने बेहतरीन पारी खेली और जीत दिलाई। रोहित ने निडर होकर बल्लेबाजी की। टी20 अंतरराष्ट्रीय में ये उनका तीसरा शतक था। विराट कोहली भी अब तक ये कारनामा नहीं कर सके हैं। ये दर्शाता है कि इस टीम में रोहित की क्या अहमियत है।' (Also Read: मैन ऑफ द मैच और सीरीज बनने के बाद रोहित शर्मा ने खोला ताबड़तोड़ शतक का राज)
गांगुली ने ये भी माना कि भारतीय टीम इंग्लैंड में कभी दबाव में नजर नहीं आई। गांगुली ने आगे कहा, 'भारतीय टीम मैच के दौरान कभी दबाव में नजर नहीं आई। वो हमेशा इंग्लैंड से आगे ही नजर आ रही थी और ऐसा कभी भी नहीं लगा कि इंग्लैंड ये मैच जीत सकता है।' गांगुली ने ये भी माना कि यो-यो टेस्ट से खिलाड़ियों की दबाव से निपटने की क्षमता मजबूत हुई है।
गांगुली ने कहा, 'यो-यो टेस्ट ने खिलाड़ियों की मानसिक क्षमता को बढ़ाया है। इस टेस्ट ने जीत और हार के बीच अंतर पैदा कर दिया है। जिस तरह से इस टीम ने दबाव में अपनी क्षमता का नजारा पेश किया है वो इनकी मानसिक शक्ति को दर्शाता है।' गांगुली ने हालांकि ये भी कहा कि ब्रिस्टल में कुलदीप यादव को टीम से बाहर करना खराब फैसला था। गांगुली ने कहा, 'ब्रिस्टल में कुलदीप यादव को टीम से बाहर करना खराब फैसला था। मेरा मानना है कि भारत ने कुलदीप यादव को बाहर कर गलती की थी। कुलदीप ने मैनचेस्टर में 5 विकेट लिए थे। भारत भले ही मैच जीत गया हो लेकिन मुझे लगता है कि अगर टीम में कुलदीप होते तो इंग्लैंड 198 रन भी नहीं बना पाता। कुलदीप को बाहर करने के फैसले से मैं हैरान था।'