अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टीम इंडिया के लिए डेब्यू करने वाले ईशान किशन ने तूफानी अर्धशतकीय पारी खेली। जिससे टीम इंडिया को 7 विकेट से एकतरफा जीत मिली। इस तरह जीत के बाद अपने पहले अंतराष्ट्रीय मैच में 'मैन ऑफ द मैच' चुने गए ईशान काफी भावुक नजर आए। इतना ही नहीं उन्होंने अपनी पारी को बचपन के कोच उत्तम मजुमदार के स्वर्गवासी पिता विमल कांती मजुमदार को याद कर उन्हें समर्पित किया। इस तरह ईशान की शानदार पारी और उसके बाद उन्हें भावुक देख उनके बचपन के कोच उत्तम मजुमदार ने Indiatv.in से ख़ास बातचीत में बताया कि ईशान की शानदार पारी ने एक समय के लिए मेरे पिता जी के जाने का गम भुला दिया।
गौरतलब है कि ईशान किशन के बचपन के कोच उत्तम मजुमदार के पिता विमल कांती मजुमदार काफी दिनों से कैंसर से पीड़ित चल रहे थे। जिसके चलते उनका 4 अप्रैल को देहांत हो गया। ऐसे में ईशान के कोच उत्तम मजुमदार के घर में काफी दुःख भरा माहौल है। हालंकि इसी बीच उनके साथ पिछले 17-18 सालों से क्रिकेट के गुण सीखने वाले ईशान किशन ने सभी को अपनी पारी से इस गम को भुलाने में जरूर मदद की।
जिसके बारे में उनके कोच उत्तम मजुमदार ने कहा, "मुझे दूसरे टी20 मैच से ही पहले पता नहीं क्यों लग रहा था कि ईशान डेब्यू कर सकता है। मैंने उसे फोन किया था और इस मसले पर बात भी हुई थी। जिसके बाद शाम को जब वो ओपनिंग करने उतरा तो ऐसा लगा कि सिर्फ मेरा ही नहीं बल्कि मेरे स्वर्गवासी पिता का भी सपना पूरा हो गया है। ईशान ने जब शॉट्स मारने शुरू किए तो मेरे पूरे परिवार में इतने बड़े गम के बीच एक ख़ुशी की लहर दौड़ गई और हम सब कुछ भूल कर ईशान का हौसला अफजाई करने लगे।"
वहीं मजुमदार ने आगे बताया कि उनके स्वर्गवासी पिता पहले ही ईशान से विडियो कॉल के जरिये ये कह कर गए थे कि साल 2021 तुम्हारा होगा और तुम इस साल जरूर इंडिया की जर्सी में खेलते नजर आओगे। जिसको याद करते हुए मजुमदार ने कहा, "ईशान जब घरेलू क्रिकेट में सैय्यद मुश्ताक अली ट्राफी खेल रहा था। तभी मेरे पिता जी ने मुझसे ईशान को विडियो कॉल करने को कहा। जिसमें उन्होंने ईशान को आशीर्वाद देते हुए कहा कि इस साल 2021 में तुम इंडिया के लिए जरूर खेलोगे और नाम रौशन करोगे।"
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वहीं उन्होंने आगे कहा, "ईशान और उनके बीच दोस्त और बाप-बेटे जैसा रिश्ता था। क्योंकि जब ईशान काफी छोटा था। तबसे मेरे पास सीखने आया करता था तो मेरे पिता जी से उसका ख़ास कनेक्शन बन गया था। वो उसके मेंटर तक बन चुके थे। उन दोनों के बीच काफी बातचीत होती थी। उनके देहांत के समय ईशान भी भावुक था। मगर बायो बबल में होने के कारण वो नहीं आ पाया। मगर जब उसने मैदान में खेलना शुरू किया तो मुझे ऐसा लगा मेरे पिता जी उसके साथ हैं और वो जरूर डेब्यू को यादगार बनाएगा। यही कारण है कि उसने अपने पहले अर्धशतक को मेरे स्वर्गवासी पिता को समर्पित किया। जिससे मुझे काफी अच्छा भी लग रहा है।"
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बता दें कि ईशान ने अपने डेब्यू मैच में 32 गेंदों पर 56 रनों की शानदार पारी खेली। इस दौरान उन्होंने 5 चौके और 4 छक्के मारे। इस तरह पहले टी20 मैच में हार के बाद दूसरे टी20 मैच में कप्तान कोहली की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने वापसी करते हुए 5 मैचों की सीरीज में 1-1 से बराबरी कर ली है। तीसरा टी20 मैच 16 मार्च को खेला जाएगा।