भारत को ऑस्ट्रेलिया की टीम ने उसी की सरजमीं पर 3-2 से वनडे और 2-0 से टी20 सीरीज हराकर अपने घर में मिली हार का बदला ले लिया है। जिस टीम को हम कम आंक रहे थे उसने विराट कोहली की टोली को लगातार तीन मैच हराए। भारतीय टीम के लिए वर्ल्ड कप से पहले यह एक तरह की वेकअप कॉल भी बताई जा रही है। इस मुद्दे पर बात करते हुए टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और इंडिया टीवी के एक्सपर्ट सौरव गांगुली ने भी अपनी राय रखी।
इंडिया टीवी के शो क्रिकेट की बात पर सौरव गांगुली ने कहा 'जैसे भारत ने ऑस्ट्रेलिया को उसी की सरजमीं पर वनडे सीरीज हराई थी वैसे ही ऑस्ट्रेलिया ने भारत आकर भारत के साथ किया है। ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन क्रिकेट खेली है और वर्ल्ड में यह टीम और मजबूत होकर आएगी। चार महीने पहले बात कर रहे थे कि हम किस ऑस्ट्रेलिया टीम के खिलाफ खेल रहे हैं, लेकिन इस टीम को देखकर अच्छा लगा। भारत को शायद वेकअप कॉल मिला है कि इस लेवल पर किसी को ग्रांटेड ना ले, ऐसे ना सोचें कि हम इस टीम को आराम से हराएंगे। इस हार का असर वर्ल्ड कप पर नहीं होगा। ऑस्ट्रेलिया ने बहुत साल बाद ऐसे क्रिकेट खेली है। इस ऑस्ट्रेलिया ने पुरानी ऑस्ट्रेलिया की याद दिलाई है।'
जब दादा से पूचा गया कि यह सीरीज कहीं हम थकान की वजह से तो नहीं हारे है तो दादा ने अपने ही अंदाज में जवाब देते हुए कहा 'भारत ने पिछले साल साउथ अफ्रीका, इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में सीरीज खेली है। पूरे साल में 6-7 महीने खिलाड़ी बाहर रहे हैं। ऐसे में थकान होना बनता है, लेकिन उन खिलाड़ियों ने इस सीरीज में अच्छा परफॉर्म किया है जिन्होंने इन ओवरसीज सीरीज में तीनों फॉर्मेट खेले हैं।'
गांगुली ने कहा 'विराट कोहली ने इस सीरीज में दो शतक लगाए, रोहित शर्मा ने आखिरी दो मैचों में 90 और 50 से अधिक रन बनाए हैं। बुमराह ने अच्छी गेंदबाजी की है। शमी अच्छे नजर आए हैं। तो मैं नहीं समझता हूं जो खिलाड़ी पूरे समय तक हर जगह हर सीरीज खेला है है उसकी परफॉर्मेंस खराब नहीं हुई है।'
इसी के साथ दादा ने चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के बारे में बात करते हुए कहा कि सीरीज में समय के साथ उनका ग्राफ गिरता जाता है। गांगुली ने कहा 'विराट कोहली को एक चीज पर ध्यान देना होगा कि कुलदीप यादव जिसे हम अपना मैच विनर समझते हैं वनडे क्रिकेट में, जैसे सीरीज आगे बढ़ती है वैसे-वैसे उनका स्ट्राइकरेट कितना गिरने लगता है। पहले वनडे मैच में वह अच्छी गेंदबाजी करते हैं, लेकिन तीसरे, चौथे और पांचवे मैच में विपक्षी टीम के बल्लेबाज उन पर हावी होने लगते हैं। कुलदीप ने आखिरी वनडे मैच में 74 रन खाए, उससे पहले मोहाली और रांची में भी वह महंगे ही साबित हुए थे।'