भारत ने हाल ही में ऑस्ट्रेलिया को तीन मैच की टी20 सीरीज में 2-1 से हराकर ऑस्ट्रेलिया दौरे पर लिमिटेड ओवर सीरीज का अंत किया। इससे पहले भारत को तीन मैच की वनडे सीरीज में मेजबानों के हाथों 2-1 से हार का सामना करना पड़ा था। इस पूरी सीरीज में भारतीय हरफनमौला खिलाड़ियों हार्दिक पांड्या का बल्ला जमकर बोला।
ये भी पढ़ें - भारत के खिलाफ डे नाइट प्रैक्टिस टेस्ट मैच के लिए उत्साहित हैं कैमरन ग्रीन
हार्दिक पांड्या ने वनडे सीरीज में 105 की औसत से 210 रन बनाए, वहीं टी20 सीरीज में वह मैन ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से नवाजे गए। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी20 मुकाबले में तो उन्होंने 42 रन की नाबाद पारी खेलकर अकेले दम पर भारत को मैच जिताया था।
ये भी पढ़ें - Ind vs Aus : संजू सैमसन की निराशाजनक बल्लेबाजी से भड़के कैफ़, दिया ये बड़ा बयान
हार्दिक की इस परफॉर्मेंस के बाद क्रिकेट के गलियारों में चर्चाएं शुरू हो गई कि भारत को एमएस धोनी के जाने के बाद उनकी फिनिशर की जगह भरने वाला खिलाड़ी मिल गया है। लेकिन टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाज और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा का मानना है कि भारत को फिनिशर के रूप में हार्दिक के साथ एक और जोड़ीदार की जरूरत है।
ये भी पढ़ें - भारत के खिलाफ पिंक बॉल वार्मअप टेस्ट मैच के लिए ऑस्ट्रेलिया ए ने किया टीम का एलान
इस दौरान उन्होंने एमएस धोनी का भी उदहारण दिया। आकाश चोपड़ा ने कहा कि जब धोनी भारत के लिए मैच फिनिशर की भूमिका निभाते थे तो उनके पास युवराज सिंह जैसा खिलाड़ी साथ निभाने के लिए होता था। ऐसा ही एक खिलाड़ी हार्दिक पांड्या को भी चाहिए।
क्रिकबज से बात करते हुए आकाश चोपड़ा ने कहा "अगर आप भारत के व्हाइट बॉल क्रिकेट में गोल्डन पीरियड को देखें तो तब एम एस धोनी के पास युवराज सिंह थे। धोनी से बड़ा दुनिया में कोई फिनिशर नहीं है, लेकिन फिर भी उनको किसी ना किसी के साथ की जरूरत होती थी। आप खुद से फिनिशर नहीं बन सकते। अगर आपके पास हार्दिक पांड्या के रूप में टीम में एकमात्र फिनिशर है तो आपकी जिम्मेदारी और भुमिका काफी बदल जाती है।"