न्यूज़ीलैंड को टेस्ट सिरीज़ में 3-0 से हराकर भारत ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उसे उसकी ज़मीन पर ख़ासकर स्पिन ट्रेक पर हराना बेहद मुश्किल है। दरअसल विदेशी टीमों के लिए स्पिन लेने वाले भारतीय विकटों पर बैटिंग करना हमेशा इस हद तक दुश्वार रहा है कि कई बार तो वे लाचारगी की मूरत नज़र आने लगते हैं। अब इंग्लैंड पांच मैचों की टेस्ट सिरीज़ खेलने भारत आ रही है और दोनों के बीच ज़ोरदार मुकाबले की उम्मीद की जा रही है हालंकि बांग्लादेश में जिस तरह से फिरकी गेंदबाज़ों ख़ासकर मेहदी हसन, ने इंग्लैंड को धराशायी किया उसे देखकर तो लगता है कि इंग्लैंड का भी हश्र न्यूज़ीलैंड की तरह न हो जाए।
वैसे इतिहास पर नज़र डालें तो पिछले 10 साल में इंग्लैंड ही एकमात्र ऐसी टीम है जिसने भारत को भारत में हराया है। पिछली बार साल 2012 में इंग्लैंड ने भारत को चार मैचों की सीरीज़ में 2-1 हराया था। लेकिन पिछली जीत के बावजूद इंग्लैंड की टीम को अभी से भारत के खिलाफ खेलने का डर सता रहा है।
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