कोरोना महामारी के बीच आईसीसी के नए नियमों के तहत इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है। जिसमें इस सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के चौथे दिन इंग्लैंड के डॉम सिब्ले ने गलती से गेंद पर सलाइवा लगा दिया था। जिसके बाद अंपायर को गेंद को सैनिटाइज करना पड़ा था। इस तरह सिब्ले की गलती पर ऑस्ट्रेलिया के जोश हेजलवुड ने कहा है कि यह स्वभाविक है।
दरअसल, वेस्टइंडीज की पारी के 42वें ओवर की शुरूआत से पहले अंपायर माइकल गॉफ को टिशू को खोलते और उससे गेंद को दोनों तरफ साफ करते देखा गया। बाद में पता चला कि सिब्ले ने गलती से गेंद पर सलाइवा लगा दिया था और मेजबान टीम ने तुरंत इस बात की जानकारी मैदानी अंपायरों को दी जिन्होंने तुरंत गेंद को सैनेटाइज किया।
हेजलवुड ने क्रिकइंफो से कहा, " यह बहुत ही स्वाभाविक आदत है। यह सिर्फ गेंद पर एक स्पॉट देखने के लिए इस तरह की प्रतिक्रिया है, जिसे फिक्सिंग की आवश्यकता है और आप इस पर कुछ सलाइवा लगाते है।"
उन्होंने कहा, " आप इसे पांच साल से कर रहे हैं, इसलिए इस आदत को छोड़ने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन जाहिर है कि मैदान पर इसके प्रति जागरूक होगा।"
हेजलवुड ने साथ ही आईपीएल के 13वें सीजन और आस्ट्रेलिया के घरेलू क्रिकेट सीजन पर भी बात की, जो कि एक समय पर शुरू हो सकती है। हेजलवुड आस्ट्रेलिया की फस्र्ट टीम प्लेयर्स हैं, जोकि तीनों प्रारुपों में खेलते हैं।
हेजलवुड ने कहा, " जब तक हम उस अवधि के दौरान प्रशिक्षित कर सकते हैं, तब तक ठीक है। लेकिन अगर हम ब्रेक के बाद वापस आते हैं तो हम उस दो सप्ताह की अवधि के दौरान प्रशिक्षित नहीं कर सकते हैं। दो सप्ताह वास्तव में हमें टेस्ट क्रिकेट में आने में बहुत तकलीफ होती है।"
उन्होंने कहा, " जहां तक टेस्ट क्रिकेट की बात है तो मुझे लगता है कि मुझे टेस्ट के लिए तैयार होने के लिए केवल एक, अधिकतम दो मैच चाहिए। हर कोई थोड़ा अलग है, कुछ लोगों को थोड़ी और गेंदबाजी करने की जरूरत है और कुछ कम। लेकिन हम उस संतुलन को हासिल करने की कोशिश करेंगे।"