इंग्लैंड के तेज गेंदबाज मार्क वूड इस समय क्रिकेट खेलने के लिए बेताब हैं। जिसके चलते उनका मानना है कि कोरोना जैसी महामारी के बीच अगर क्रिकेट शुरू होता है तो वो परिवार छोड़ इंग्लैंड टीम के साथ दो महीने से अधिक का समय बिताने के लिए तैयार हैं।
गार्डियन की रिपोर्ट के अनुसार खिलाड़ियों को ‘आइसोलेशन’ में रखने की योजना है ताकि उनका कोविड-19 से संक्रमित होने का खतरा कम हो सके। इस दौरान हर दिन उनकी जांच की जाएगी। इस योजना पर अभी चर्चा चल रही है क्योंकि इंग्लैंड को जुलाई से दो महीने से अधिक समय तक 6 टेस्ट, 6 वनडे मैच और 6 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने हैं।
वो वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ तीन – तीन टेस्ट मैचों की दो सीरीज खेलेगा। महामारी के कारण इंग्लिश क्रिकेट का सत्र एक जुलाई से पहले शुरू नहीं हो पाएगा। वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज जून में शुरू होनी थी लेकिन उसे पहले ही आगे खिसका दिया गया है।
ये भी पढ़ें : आकिब जावेद ने भारतीय क्रिकेट पर लगाया दाग, बोले- 'मैच फिक्सिंग के जुड़े हैं भारत में गहरे तार'
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) की प्राथमिकता पुरुष अंतरराष्ट्रीय मैचों का आयोजन करना है क्योंकि अनुमानों के अनुसार अगर पूरा सत्र खराब होता है तो उसे 38 करोड़ पाउंड का नुकसान होगा जबकि आम घरेलू सत्र में इंग्लैंड के खिलाड़ी अपने परिवारों के साथ रह सकते हैं लेकिन वुड ने कहा कि जो प्रस्ताव है वह किसी विदेश दौरे के कार्यक्रम से भिन्न नहीं है।
उन्होंने गुरुवार को कान्फ्रेंस कॉल के जरिये पत्रकारों से कहा, ‘‘मैं ऐसा करने के लिये तैयार हूं। लंबे समय तक विदेश दौरों पर रहने के कारण आपको इसकी आदत पड़ जाती है।’’
ये भी पढ़ें : जो बर्न्स ने माना, भारत-ऑस्ट्रेलिया सीरीज में गेंदबाजों के बीच होगी कांटे की टक्कर
वुड ने कहा, ‘‘यह मुश्किल होगा लेकिन जब तक पूरा वातावरण सुरक्षित है, मेरा परिवार सुरक्षित है और वहां रहने वाला हर व्यक्ति सुरक्षित है तो मैं ऐसा करना पसंद करूंगा।’’ लॉकडाउन में वुड अभी अपनी पत्नी और बेटे के साथ घर में रह रहे हैं।
( With input Bhasa )