इंग्लैंड के कप्तान जो रूट का कहना है कि इंग्लैंड को युवा और अनुभवी खिलाड़ियों के मिश्रण वाले खिलाड़ियों की बदौलत लगातार 2 टेस्ट सीरीज में जीत मिली है और यही खूबी इसे नंबर एक टीम बनने के काबिलियत को दिखाती है।
इंग्लैंड ने इसी साल जुलाई में वेस्टइंडीज को 2-1 से हराया था और इसके बाद बारिश से प्रभावित सीरीज में पाकिस्तान को 1-0 से मात दी। इन दोनों ही सीरीज में युवा खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन का परिचय दिया।
रूट ने संवाददाताओं से कहा, "दोनों सीरीज जीतना टीम के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।" रूट ने कहा, "युवा खिलाड़ी निरंतर सुधार कर रहे हैं और टीम के भीतर अपनी योग्यता दिखा रहे हैं, जबकि हमने वरिष्ठ खिलाड़ियों के कुछ विशेष व्यक्तिगत प्रदर्शन भी देखे हैं, जिन्होंने दिखाया कि वे इस टीम को आगे बढ़ा सकते हैं।"
पाकिस्तान के खिलाफ सीरीज में सलामी बल्लेबाज डॉम सिबले, ओली पोप और ज़ैक क्रॉले जैसे युवा बल्लेबाजों ने अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के खिलाफ तीसरे टेस्ट में ज़ैक क्रॉले ने 267 रन बनाए, जो एक इंग्लिश बल्लेबाज द्वारा बनाया गया दसवां उच्चतम स्कोर है। वहीं, अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने टेस्ट क्रिकेट में 600 टेस्ट विकेट लेने कारनामा अपने नाम किया।
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रूट का मानना है कि पिच पर खिलाड़ियों का रवैया और कौशल, एक प्रमुख कारक होगा जो अगले कुछ वर्षों में बताएगा कि यह टीम कैसे विकसित होती है। रूट ने बताया, “मैं जिस चीज को लेकर उत्साहित हूं, वह है ड्रेसिंग रूम में मौजूद माहौल। लोगों के रवैये के बारे में कि वे कैसे सुधार करना चाहते हैं और खेल के बारे में सीखना चाहते हैं, यहां तक कि वरिष्ठ खिलाड़ी भी। मुझे लगता है कि ये वही चीज है जो उसे नंबर 1 टीम बनाने की ओर अग्रसर करती है।"