ब्रिजटाउन (बारबेडोस)। इंग्लैंड के हरफनमौला खिलाड़ी मोइन अली ने वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज शेनन गेब्रियल द्वारा समलैंगिकता पर की गई टिप्पणी के बाद कहा कि मैच के दौरान स्टंप माइक की आवाज और बढ़ाई जानी चाहिए ताकि ऐसे खिलाड़ियों को पकड़ा जा सके। गेब्रियल ने इंग्लैंड के खिलाफ सेंट लूसिया में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच के दौरान मेहमान टीम के कप्तान जोए रूट से बहस के दौरान समलैंगिकता से संबंधित टिप्पणी की थी जिसके कारण अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने उन पर चार मैचों का प्रतिबंध लगाया।
इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस समेत कुछ लोगों का मानना है कि स्टंप माइक की आवाज कम कर दी जानी चाहिए। 'ईएसपीएन' ने मोइन के हवाले से बताया, "अब समय आ गया है कि लोग अच्छा बर्ताव करें। स्टंप माइक की आवाज बढ़ा दी जाए। उसे कम करने की क्या जरूरत है? ताकि लोग अभद्र भाषा का उपयोग कर सके? व्यतिगत बयानबाजी की कोई आवश्यकता नहीं है।"
मोइन ने कहा, "यह बुरा है क्योंकि शेनन एक अच्छा और शांत आदमी है लेकिन समाज इसी तरह का है। लोगों के मुंह से चीजें बाहर आ जाती है। आप इससे बचकर नहीं निकल सकते। आपको सचेत रहना होगा।" उन्होंने यह भी माना कि स्टंप माइक के जरिए मनोरंजक चीजें भी रिकॉर्ड हो सकती हैं, जैसा की भारत और आस्ट्रेलिया के बीच हुई सीरीज में हुआ।
मोइन ने कहा, "सोचिए वह पुरानी कहानियां, अगर हम उन्हें रिकॉर्ड कर पाते। हम अब ऐसा कर सकते हैं। हमेशा अभद्र भाषा का उपयोग करने की जरूरत नहीं है, आप मजाक कीजिए। हम लोगों को खेल से जोड़ना चाहते हैं, स्लेजिंग करने के अन्य तरीकें हैं। अगर आप यह नहीं मानते कि दूसरा खिलाड़ी अच्छा है, तो उसे यह बताइए। उनके क्रिकेट के बार में स्लेज कीजिए लेकिन व्यक्तिगत तौर पर कुछ मत बोलिए। माइक की आवाज बढ़ाई जाए।"