इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच साउथहैंपटन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में मेहमान टीम ने फेवरेट मानी जा रही इंग्लैंड की टीम को 4 विकेट से हराकर सबको हैरान कर दिया। तीन मैच की टेस्ट सीरीज में अब विंडीज की टीम 1-0 की बढ़त बना चुकी है। कोरोनावायरस के कहर के बीच इसी मैच से अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हो रही थी और किसी ने उम्मीद नहीं की थी की ये मैच इतना रोमांचक होगा, लेकिन सरप्राइज देने में माहिर कैरेबियन खिलाड़ियों को एक बार फिर अंडर डॉग बनकर इंग्लैंड में अपना परचम लहराया। टी20 स्पेशलिस्ट माने जाने वाली इस टीम ने पिछले साल अपनी घर पर भी इंग्लैंड को 2-1 से टेस्ट सीरीज हराई थी। उस हार के बाद कहा जा रहा था कि इंग्लैंड अपनी कंडीशन में बदला लेगी, लेकिन पहले ही मैच में विंडीज के ऑलराउंड परफॉर्मेंस ने कायापलट कर दी। आइए जानते हैं मैच से जुड़ी कुछ अहम बातें-
अपनी कंडीशन में फेल हुआ इंग्लैंड का टॉप ऑडर
इस मैच में फेवरेट मानी जा रही इंग्लैंड की टीम अपने नियमित कप्तान जो रूट के बिना खेल रही थी, जिसके बाद इंग्लैंड का टॉप ऑडर पूरी तरह से अनुभवहीन हो गया था। टॉप 4 बल्लेबाजों में कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं है जिसने 16 से अधिक मैच खेले हो, लेकिन इन खिलाड़ियों से उम्मीद थी की वह आईसीसी रैंकिंग में 8वें नंबर पर चल रही विंडीज टीम के खिलाफ अपनी कंडीशन में तो अच्छा परफॉर्म करके ही दिखाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। पहली पारी में पूरी तरह फेल होने के बाद इंग्लैंड के इन बल्लेबाजों को दूसरी पारी में अच्छी शुरुआत तो मिली लेकिन वह इस स्कोर को बड़े स्कोर में तबदील करने में नाकाम रहे। इंग्लैंड के टॉप 4 बल्लेबाजों ने मिलकर पहली इनिंग में 58 रन बनाए वहीं दूसरी पारी में सभी खिलाड़ी दहाई का आंकड़ा पार करने में सफल रहे, लेकिन बड़ा स्कोर नहीं बना पाए। दूसरी पारी में इंग्लैंड के लिए जक क्रॉल ने सबसे अधिक 76 रन बनाए।
शुरुआत से ही दिखा विंडीज का डॉमिनेटिंग परफॉर्मेंस
इस मैच में विंडीज ने शुरुआत से ही मेजबानों पर अपनी शिकंजा कस रखा था। पहली पारी में कप्तान होल्डर के 6 विकेट और शेनन गैबरियल के 4 विकेट के दम पर वेस्टइंडीज इंग्लैंड को 204 के स्कोर पर समेटने में कामयाबर रही थी। इसके बाद वेस्टइंडीज ने बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड पर पहली पारी के बाद 114 रन की बढ़त भी बनाई थी। इसके बाद मैच की कुछ हद तक तस्वीर साफ होने लग गई थी। लेकिन इंग्लैंड ने दूसरी पारी में इंग्लैंड पर 200 रन की लीड बनाकर मैच का रुख ड्रॉ की ओर कर दिया था। विंडीज की ओर से दूसरी पारी में इस बार गैब्रियल ने पंचा खोला था। विंडीज ने आखिरी दिन अपने टॉप ऑडर से जूजने के बावजूद मेजबानों द्वारा दिया गया लक्ष्य हासिल किया और शुरुआत से ही डॉमिनेटिंग परफॉर्मेस दिखाने वाली विंडीज की टीम ने यह मैच 4 विकेट से जीता।
दोनों कप्तानों का ऑलराउंड रिकॉर्ड
आईसीसी ऑलराउंडर टेस्ट रैंकिंग में नंबर एक पर वेस्टइंडीज के कप्तान जेसन होल्डर हैं तो दूसरे पायदान पर स्टोक्स हैं। दोनों ऑलराउंडर कप्तानों से उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन की सबको उम्मीद थी। होल्डर ने पहली पारी में 6 विकेट लेकर अपने नाम अद्भुत रिकॉर्ड दर्ज किया। जेसन होल्डर ने कप्तान के रुप में 9वीं बार इंटरनेशनल क्रिकेट में 5 विकेट लेने का कारनामा किया और बतौर कप्तान सबसे ज्यादा '5 विकेट हॉल' लेने वाले संयुक्त रुप से दूसरे गेंदबाज बन गए। इस मामलें में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान इमरान खान पहले नंबर पर हैं जिन्होंने कप्तानी करते हुए 12 बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया था। दूसरे नंबर ऑस्ट्रेलिया के रिची बेनौड है जिनके नाम इंटरनेशनल क्रिकेट में 9 बार '5 विकेट हॉल' लेने का रिकॉर्ड दर्ज है। होल्डर ने इस मैच में कुल 7 विकेट चटकाएं और बल्ले से 19 रन बनाएं।
वहीं बैन स्टोक्स ने इस मैच में अपने टेस्ट करियर के 150 विकेट भी पूरे किए। मैच के तीसरे दिन बेन स्टोक्स ने अल्जारी जोसेफ को 18 रन पर पवेलियन का रास्ता दिखाया और अपने नाम एक अद्भुत रिकॉर्ड दर्ज किया। इसके साथ ही बेन स्टोक्स टेस्ट क्रिकेट में 4000 से ज्यादा रन और 150 से ज्यादा विकेट लेने वाले इंग्लैंड के दूसरे और दुनिया के छठे ऑलराउंडर बन गए। स्टोक्स ने ये कारनामा 64वें टेस्ट मैच में किया है। स्टोक्स ने इस मैच में बल्ले से 89 रन बनाए तो वहीं गेंद से 6 विकेट भी चटकाए।
चौथी पारी में स्लाइवा बैन का देखने को मिला असर
यह मैच आईसीसी के नए दिशा-निर्देशों के अंतरगत खेला गया था। इस मैच में गेंदबाज को गेंद पर स्लाइवा यानी थूक लगाने की इजाजत नहीं थी और मैच में हमें इसका असर देखने को मिला। कहा जाता है मैच का आखिरी दिन रिवर्स स्विंग गेंदबाजों के नाम होता है, लेकिन इंग्लैंड के स्विंग मास्टर जेम्स एंडरसन भी इस नए नियम की वजह से संघर्ष करते हुए नजर आए। पहली पारी में अपनी घातक गेंदबाजी से विंडीज को शुरुआती झटके देने वाले एंडरसन दूसरी पारी में जूझते नजर आए। दूसरी पारी में एंडरसन ने 2.80 की इकॉनमी से रन लुटाए और उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला। इस दौरान आर्चर ने अपनी तीखी बाउंसर और तेज तर्रार गेंदबाजी की इस्तेमाल किया और इंग्लैंड को शुरुआती विकेट दिलाए। इससे यह साफ हो गाय है कि आगे आने वाले मैचों में आईसीसी का यह नियम गेंदबाजों पर भारी पड़ने वाला है।
ब्लैकवुड की मैच जिताऊ पारी
वेस्टइंडीज को आखिरी दिन जीतने के लिए 200 रन की जरूरत थी। टॉप ऑडर के फेल होने और जॉन कैंपबेल के रिटायर हर्ट होने के बाद लगने लगा था कि विंडीज की टीम इस मैच से अपनी पकड़ खो रही थी, लेकिन तभी जर्मेन ब्लैकवुड विंडीज के लिए मसीहा बने और उन्होंने पहले रोस्टन चेज और फिर शेन डाउरिच के साथ छोटी मगर अहम साझेदारियां की। करियर का 29वां टेस्ट मैच खेल रहे ब्लैकवुड ने अपने संयम और एकाग्रता को बनाए रखा और विंडीज के लिए 95 रनों की अहम पारी खेली। ब्लैकवुड इस मैच में शतक तो नहीं बना पाए, लेकिन यह शतक से कम भी नहीं है। ब्लैकवुड की यह पारी उनके करियर की कुछ सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक ही होगी।