इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच तीन टेस्ट मैच की सीरीज का पहला मैच साउथहैंपटन में खेला गया। इस मैच को मेहमान टीम ने 4 विकेट से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। इंग्लैंड के नए कप्तान बैन स्टोक्स ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का निर्णय लिया, लेकिन उनका यह फैसला टीम के हक में नहीं रहा। लेकिन स्टोक्स को अभी भी अपने इस फैसले पर कोई पछतावा नहीं है क्योंकि मैच के बाद उन्होंने कहा है कि पहली पारी के रन काफी मायने रखते हैं, अगर हमने 400-500 रन बनाए होते तो मैच का नतीजा अलग होता।
स्टोक्स ने कहा "मैं पहले बल्लेबाजी का ही फैसला लेता क्योंकि पहली पारी के रन काफी मायने रखते हैं। अगर हमने 400-500 रन बनाए होते तो मैच का नतीजा अलग होता। युवा बल्लेबाजों के लिए यह अच्छी सीख रही।"
कोरोनावायरस के कहर के बीच 117 दिन बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई थी। ऐसे में स्टोक्स का कहना है कि वापसी वाले मैच का हिस्सा बनकर उन्हें अच्छा लगा।
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स्टोक्स ने कहा "यह शानदार रहा कि हमें खेलने का मौका मिला। हमें बहुत सारे लोगों के सामने खेलने की आदत है, यह शानदार रहा कि हम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी वाले मैच का हिस्सा बन सके। दोनों टीमों को तैयारी का पर्याप्त समय मिला था। मैनचेस्टर में वेस्टइंडीज को तैयारी का काफी समय मिला। यह काफी कड़ा टेस्ट मैच था, जिस तरह का क्रिकेट मैच खेला गया वो शानदार था। आपको यह विश्वास करना होता है कि 200 का स्कोर पर्याप्त है और अगर आप ऐसा नहीं करते तो आप मैच वहीं हार जाते हो। हमें पहली पारी में और रन बनाने चाहिए थे, हम बल्लेबाजी में उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सके।"
ब्रॉड को प्लेइंग इलेवन से बाहर करने के बारे में स्टोक्स ने कहा 'मुझे ब्रॉड को बाहर रखने का कोई पछतावा नहीं है। हम भाग्यशाली हैं अगर ऐसे किसी खिलाड़ी को टीम से बाहर रख सकते हैं। अगर वो दूसरा टेस्ट मैच खेलते हैं तो मैं चाहूंगा कि वो कुछ विकेट लेकर मैदान से लौटें। फिटनेस की बात करें तो हमारे पास पर्याप्त समय था, अब यह देखना रोमांचक होगा कि दूसरे टेस्ट में हम कैसा प्रदर्शन करते हैं। इंग्लैंड की कप्तानी करना अच्छा लगा, लेकिन यह जो रूट की टीम है और मैं उनका वापसी पर स्वागत करता हूं।'