मैनचेस्टर| करिश्माई बेन स्टोक्स के चमत्कारिक खेल से पिछले मैच में सीरीज बराबर करने वाला इंग्लैंड अब भी गेंदबाजों के चयन को लेकर असमंजस में है जबकि वेस्टइंडीज के लिये टॉप क्रम के बल्लेबाजों की फार्म चिंता का विषय बनी है जिससे शुक्रवार से यहां शुरू होने वाले तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच में दोनों टीमों में कुछ अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं। वेस्टइंडीज ने साउथम्पटन में पहला टेस्ट मैच चार विकेट से जीता था लेकिन इंग्लैंड ने ओल्ड ट्रैफर्ड में भी बायो-सिक्यो वातावरण में खेले गये दूसरे मैच में 113 रन से जीत दर्ज करके तीन मैचों की सीरीज 1-1 से बराबर कराई।
वेस्टइंडीज को अगर विजडन ट्राफी अपने पास बरकरार रखनी है तो उसे तीसरे मैच को कम से कम ड्रा करवाना होगा। इस मैच में जीत दर्ज करने पर जैसन होल्डर की टीम 1988 के बाद इंग्लैंड की धरती पर सीरीज जीतने वाली पहली कैरेबियाई टीम बन जाएगी। पहले दोनों मैच बारिश से प्रभावित रहे और मौसम विज्ञान की भविष्यवाणी के अनुसार तीसरे मैच पर भी खराब मौसम का असर पड़ सकता है।
दूसरे टेस्ट मैच में बारिश के कारण तीसरे दिन का खेल नहीं हो पाया था। इसके बावजूद अगर इंग्लैंड जीत दर्ज करने में सफल रहा तो उसमें स्टोक्स और गेंदबाजों का अहम योगदान रहा। स्टोक्स ने इस मैच में 176 और नाबाद 78 रन की पारियां खेली और तीन विकेट भी लिये लेकिन इंग्लैंड की रोटेशन की नीति के बावजूद उन्हें विश्राम दिये जाने की संभावना नहीं है। तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर बायो सिक्योर वातावरण के नियमों का उल्लंघन करने के कारण दूसरे मैच में नहीं खेल पाये थे लेकिन वह तीसरे मैच के लिये उपलब्ध रहेंगे।
आर्चर ने स्वयं कहा कि उन्हें मानसिक तौर पर पूरी तरह तैयार रहने की जरूरत है जबकि उनके साथी जेम्स एंडरसन ने कहा कि कप्तान जो रूट और कोच क्रिस सिल्वरवुड को देखना होगा कि क्या आर्चर खेलने के लिये अच्छी स्थिति में है। एंडरसन को भी पिछले मैच में विश्राम दिया गया था लेकिन उनकी इस मैच में वापसी तय है। ऐसे में क्रिस वोक्स और सैम कुर्रेन को बाहर बैठना पड़ सकता है। आर्चर की वापसी होती है तो देखना होगा कि मार्क वुड और स्टुअर्ट ब्रॉड में से किसे मौका दिया जाता है।
डॉम बेस की जगह बायें हाथ के स्पिनर जैक लीच को अंतिम एकादश में रखा जा सकता है जो यहां अधिक प्रभावी हो सकते हैं। इंग्लैंड के बल्लेबाजी विभाग में किसी तरह के बदलाव की संभावना नहीं है। विकेटकीपर जोस बटलर अभी तक अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाये हैं लेकिन उनका अंतिम एकादश में बने रहना तय है। वेस्टइंडीज जरूर सलामी बल्लेबाज जॉन कैंपबेल और शाई होप की फार्म से चिंतित है। कैंपबेल चार पारियों में 52 जबकि होप ने 57 रन बनाये हैं। वेस्टइंडीज के कोच फिल सिमन्स ने बल्लेबाजों के प्रदर्शन को निराशाजनक करार दिया था।
सिमन्स ने कहा, ‘‘यह निराशाजनक है। हमारे गेंदबाज अच्छी भूमिका निभा रहे हैं लेकिन हमारे बल्लेबाजों को बड़े स्कोर बनाने की जरूरत है।’’ वेस्टइंडीज ऐसे में जोशुआ डा सिल्वा और शेन मोजली को मौका दे सकता है। मोजली ने टेस्ट सीरीज से पूर्व अपनी टीम के बीच ही खेले गये अभ्यास मैच में 40 और नाबाद 83 रन बनाये थे। नक्रुमाह बोनर भी दावेदार हैं जो लेग स्पिन भी करा लेते हैं।
कैरेबियाई टीम के गेंदबाजी विभाग में भी बदलाव की संभावना है। ओल्ड ट्रैफर्ड के विकेट से स्पिनरों को मदद मिलने की संभावना है और ऐसे में वेस्टइंडीज तेज गेंदबाज शैनोन गैब्रियल की जगह राहकीम कार्नवाल को मौका दे सकता है।