मेहमान टीम वेस्टइंडीज ने मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच में दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 1 विकेट खोकर 32 रन बना लिए। सलामी बल्लेबाज क्रैग ब्रेथवेट 6 और नाईट वॉचमैन अल्जारी जोसेफ 16 रन बनाकर नाबाद हैं। वेस्टइंडीज मेजबान इंग्लैंड के पहली पारी के विशाल स्कोर से अभी भी 437 रन पीछे है। वेस्टइंडीज को एकमात्र झटका सैम कर्रन ने जॉन कैंपबेल (12) के रुप में दिया।
इससे पहले बेन स्टोक्स और डॉम सिबले की शतकीय पारी की बदौलत इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी 469/9 के स्कोर पर घोषित कर दी। इंग्लैंड के उपकप्तान बेन स्टोक्स ने शानदार 172 रन की पारी खेली जबकि सलामी बल्लेबाज डॉम सिबले ने 120 रन बनाए।
स्टोक्स और सिबले के बीच चौथे विकेट के लिए रिकॉर्ड 260 रनों की साझेदारी की। ये मैनचेस्टर के मैदान पर अब तक की दूसरी सर्वश्रेष्ठ साझेदारी है। इन दोनों के अलावा विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर ने 40 रनों का योगदान दिया। डॉमिनिक बेस 31 रन और स्टुअर्ट ब्रॉड 11 रन बनाकर नाबाद रहे।
वेस्टइंडीज की ओर से स्पिन गेंदबाज रोस्टन चेस ने 5 विकेट अपने नाम किए जबकि केमार रोच को 2 सफलता मिली। जोसफ और होल्डर को 1-1 विकेट से संतोष करना पड़ा।
दूसरे दिन के खेल की बात करें, तो इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज डॉम सिबले (86) और बेन स्टोक्स (59) ने पहले दिन के स्कोर 207/3 से आगे खेलना शुरू किया। सिबले ने जहां खेल की शुरुआत धीमी रफ्तार से की तो वहीं, स्टोक्स अपने अंदाज में तेज बल्लेबाजी करते नजर आए। यही वजह रही कि लंच तक जहां सिबले ने 312 गेंदों में अपना शतक पूरा किया वहीं, स्टोक्स अपने शतक से महज 1 रन दूर थे।
दूसरे दिन पहले सत्र में वेस्टइंडीज को कोई विकेट नहीं मिल सका और इंग्लैंड ने लंच का ऐलान होने तक 3 विकेट पर 264 रन बना लिए थे। लंच के तुरंत बाद उपकप्तान बेन स्टोक्स अपना शतक भी पूरा करने में कामयाब रहे। स्टोक्स ने 255 गेंदों मे 10 चौकों और 1 छक्के की मदद से अपना शतक पूरा किया।
स्टोक्स ने टेस्ट करियर का अपना 10वां शतक जड़ा और दिग्गज ऑलराउंडरों के उस क्लब में शामिल हो गए जिन्होंने टेस्ट में 10 शतक जड़ने के साथ 150 से ज्यादा विकेट अपने नाम किए हैं। स्टोक्स से पहले जैक कैलिस, इयान बॉथम, गैरी सोबर्स और रवि शास्त्री ये कारनामा कर चुके हैं।
शतक जमाने के कुछ देर के बाद ही स्टोक्स ने सिबले के साथ अपनी साझेदारी को 200 के पार पहुंचा दिया। लंबी होती जा रही इस साझेदारी को रोस्टन चेज ने सिबले को आउट करके तोड़ा। सिबले टीम के 341 रनों के स्कोर पर चौथे बल्लेबाज के रूप में आउट हुए। उन्होंने 372 गेंदों पर पांच चौकों की मदद से 120 रन बनाए।
सिबले के आउट होने के बाद ओली पोप भी कुछ खास नहीं कर सके और 7 रन बनाकर आउट हो गए। उन्हें चेज ने LBW आउट किया। पोप के आउट होने के बाद स्टोक्स और जोस बटलर ने दूसरे सत्र में मेजबान टीम का और कोई विकेट नहीं गिरने दिया। चायकाल के समय तक स्टोक्स 172 रन और बटलर 12 रन बनाकर नाबाद लौटे।
चायकाल के बाद मैदान में उतरते ही इंग्लैंड को स्टोक्स के रुप में छठा झटका लगा। स्टोक्स को 176 रन के निजी स्कोर पर केमार रोच ने डोरिच के हाथों कैच आउट कराया। स्टोक्स के तुंरत बाद अगली ही गेंद पर रोच ने क्रिस वोक्स को डक पर पवेलियन का रास्ता दिखा दिया। लगातार दो खिलाड़ियों को पवेलियन भेजने के बाद रोच के पास हैट्रिक लेने का शानदार मौका था लेकिन वह चूक गए।
इसके बाद बटलर ने सैम कर्रन के साथ मिलकर इंग्लैंड का स्कोर 400 के पार पहुंचाया। बटलर अर्धशतक के करीब पहुंच ही रहे थे कि होल्डर ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। होल्डर ने 426 के टीम स्कोर पर बटलर (40) के रुप में इंग्लैंड को 8वां झटका दिया। इंग्लैंड के स्कोर में 1 रन का इजाफा हुआ ही था कि सैम भी 17 रन बनाकर आउट हो गए।
इसके बाद लगने लगा कि इंग्लैंड की टीम जल्द ही ऑलआउट हो जाएगी लेकिन बेस और ब्रॉड ने मिलकर 10वें विकेट के लिए 40 रन से ज्यादा की साझेदारी निभाई लेकिन आखिरी विकेट नहीं गिरने दिया। आखिरकार इंग्लैंड ने 162 ओवर खत्म होने के साथ ही 469 के स्कोर पर अपनी पहली पारी घोषित कर दी।
इंग्लैंड के पारी घोषित करने के बाद मैदान में उतरी वेस्टइंडीज को पहला झटका जॉन कैंपबेल (12) के रुप में लगा। इसके बाद दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक विंडीज का कोई भी विकेट नहीं गिरा।
मैनचेस्टर में खेले जा रहे इस दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड ने 3 विकेट खोकर 207 रन बनाए थे। इंग्लैंड के ये तीन विकेट रोरी बर्न्स (15), कप्तान जो रूट (23) और जैक क्रॉले (0) के रुप में गिरे।