नई दिल्ली: भारतीय महिला क्रिकेट टीम की लेग स्पिनर एकता बिष्ट ने उन सभी खबरों का खंडन किया है, जिसमें कहा गया था कि देहरादून के रेसकोर्स मैदान में पीएम मोदी के जन्मदिन पर 'बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ' कार्यक्रम के दौरान उनके साथ बदसलूकी हुई थी। इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान एकता ने इन सभी बातों को सिरे से नकार दिया है।' एकता ने कहा कि ये सिर्फ एक गलतफहमी थी और मीडिया में इस बात को बढ़ा-चढ़ा कर पेश किया जा रहा है।'
दरअसल एकता रविवार को इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचीं थीं, कार्यक्रम में एकता को विशिष्ट अतिथि के तौर पर बुलाया गया था। कार्यक्रम रविवार सुबह करीब नौ बजे शुरू हुआ था। उत्तराखंड के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, राज्य सरकार में मंत्री धनसिंह रावत और रेखा आर्य स्टेज पर पहुंचे। उनके साथ बीजीपी के कई कार्यकर्ता भी मंच पर चढ़ गए और स्टेज पूरी तरह भर गया। खबरों के मुताबिक जब एकता बिष्ट मंच पर जाने लगी तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें मंच पर जाने से रोक दिया।
एकता को जब सुरक्षाकर्मियों ने मंच से धक्का देकर नीचे उतार दिया तो वह मंच के सामने जनता के लिए लगाई गई कुर्सियों पर जाकर बैठ गईं। प्रोग्राम शुरू हो गया। इसी बीच मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मंच से एकता बिष्ट का नाम लिया। एकता का नाम लिए जाने के बाद उन्हें जनता के बीच से मंच पर लाया गया।
हालांकि एकता ने बताया कि कार्यक्रम के दौरान वो जनता के बीच बैठे अपने भाई विनीत बिष्ट से कुछ जरूरी बात करने के लिए स्टेज से उतरकर उनके पास गई थी। जिससे मीडिया को गलतफहमी हो गई और उन्होंने इसे बदसलूकी का मामला बनाकर खबरें चलाई।
आपको बता दें महिला क्रिकेट विश्व कप में पाकिस्तान के खिलाफ एकता बिष्ट ने पांच विकेट लिए थे। एकता अबतक 46 वनडे मैचों में 71 विकेट ले चुकी हैं।