वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को सीमित ओवरों की सीरीज में ब्लैक लाइव्स मैटर (बीएलएम) के मुद्दे पर सीरीज के दौरान घुटने पर बैठकर आंदोलन का समर्थन न करने पर नाराजगी जाहिर की थी, लेकिन अब इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने बयान जारी कर बचाव किया है।
इंग्लैंड और वेस्टइंडीज ने तीन मैचों की टेस्ट सीरीज के दौरान बीएलएम के समर्थन में एक घुटने पर बैठकर इस आंदोलन का साथ दिया था, लेकिन इसके बाद पाकिस्तान और फिर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में ऐसा नहीं देखा गया। इस होल्डिंग नाराज हो गए थे।
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बीबीसी ने ईसीबी द्वारा जारी बयान के हवाले से लिखा है, "ब्लैक लाइव्स मैटर की बहस को लेकर हमारा नजरिया इसे पूरे समावेशी और विविधता के साथ देखने का रहा है ताकि उन लोगों के लिए एक स्थायी समाधान निकाला जा सके जिन्हें बराबरी का सम्मान नहीं दिया जाता।"
बयान में लिखा है, "वेस्टइंडीज सीरीज से पहले हमारी नई विविधता की नीति में हमने बताया है कि हम क्रिकेट में सभी जगह से भेदभाव को हटाने वाली कई तरह की मुहीमों के साथ हैं।"
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उन्होंने कहा, "इंग्लैंड की महिला एवं पुरुष टीम के खिलाड़ी अपनी पहुंच के हिसाब के इस नीति का प्रचार-प्रसार करने को लेकर प्रतिबद्ध है, ताकि क्रिकेट और खेल का भला हो सके।"
बयान में लिखा है, "हम प्रतिकात्मकता की अहमियत को समझते हैं साथ ही एक मुहीम को बनाए रखने के लिए भी इसकी जरूरत को जानते हैं। हमारा लक्ष्य है कि हम अपनी पहुंच को बढ़ा भी सकें और बदलाव भी ला सकें।"