कटक: कटक में सोमवार को T20 मैच के दौरान दर्शकों की शर्मनाक हरकत पर भारत के सीमित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और महान बल्लेबाज़ सुनील गावस्कर की राय एकदम अलग अलग है। एक तरफ धोनी ने जहां कहा कि दर्शकों की बदसलूकी को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए वहीं गावस्कर ने अधिकारियों को आड़े हाथों लेते हुए दर्शकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
धोनी ने कहा , हमें इन चीजों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिये । मुझे याद है कि एक बार हम वाइजेग में खेल रहे थे और आसानी से मैच जीत गए लेकिन उस समय भी बोतलें फेंकी गई । यह पहली बोतल से शुरू हुआ और फिर दर्शक इसमें मजा लेने लगे ।
उन्होंने कहा कि खिलाडि़यों की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं किया गया ।
उन्होंने कहा , जहां तक खिलाडि़यों की सुरक्षा का सवाल है, मुझे नहीं लगता कि कोई गंभीर खतरा था । कुछ लोग मैदान पर बोलतें फेंक रहे थे । अंपायरों को लगा कि केंद्र में रहना या मैदान से बाहर जाना सुरक्षित होगा । हम अच्छा नहीं खेले और कई बार इस तरह की प्रतिक्रिया मिलती है । पहली कुछ बोतलें ही गंभीरता से फेंकी गई जिसके बाद यह मजे के लिये किया गया ।
दक्षिण अफ्रीका के कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने इसकी निंदा की और उम्मीद जताई कि भारत के 72 दिन के दौरे पर दोबारा ऐसी घटना नहीं होगी ।
उन्होंने कहा , यह देखकर अच्छा नहीं लगा । मैने भारत में पांच छह साल क्रिकेट खेली है और ऐसा कभी नहीं देखा । आप यहां खेलने आते हैं और सर्वश्रेष्ठ टीम जीतती है । डु प्लेसिस ने कहा , यह अच्छी बात नहीं है और ऐसा नहीं होना चाहिये था । उम्मीद है कि इस दौरे पर ऐसा पहली और आखिरी बार हुआ है ।
यह पूछने पर कि क्या ऐसा सिर्फ उपमहाद्वीप में होता है, उन्होंने कहा , इसका जवाब देना कठिन है । पूरी दुनिया में लोग अपनी टीमों को लेकर काफी जज्बाती हैं । कई बार सीमा पार कर जाते हैं जो नहीं होना चाहिये । उन्होंने कहा , भारत में मैने ऐसा पहली बार देखा लिहाजा मैं यह नहीं कह सकता कि यहां ऐसा बहुत होता है । लोगों में खेल को लेकर काफी जुनून है लेकिन खिलाड़ी नहीं चाहते कि खेल में ऐसा हो ।