हाल के समय में टीम इंडिया भारत में बनने वाली एसजी बॉल का विरोध करती नजर आ रही हैं। विराट कोहली, कुलदीप यादव, उमेश यादव और आर अश्विन ने इस गेंद के खिलाफ कई बयान भी दिए हैं। हालांकि बयान देने के बाद उमेश ने दूसरे टेस्ट में करिश्माई प्रदर्शन किया और अपने करियर के सबसे शानदार आंकड़े दर्ज किए। लेकिन एसजी बॉल के विरोध में बयान देने पर भारत के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद अजहरुद्दीन ने टीम इंडिया की जमकर आलोचना की है। अजहरुद्दीन का मानना है कि भारतीय खिलाड़ी इस गेंद की आलोचना क्यों कर रहे हैं और ड्यूक बॉल की तरफदारी क्यों कर रहे हैं।
अजहरुद्दीन ने कहा, 'मुझे याद है जब 1984-85 में ड्यूक बॉल का इस्तेमाल किया जाता था और उस गेंद की सीम कैसे खराब हो जाती थी। ये साफ है कि भारत के हालातों में वो गेंद सफल नहीं हो पाएगी। साल 1993 में जब एसजी की बॉल आई तो इस बॉल ने घरेलू मैचों में अपना वर्चस्व कायम कर लिया। आप हर देश के गेंदबाजों का औसत निकाल लें और उससे भारतीय गेंदबाजों की तुलना करें, आपको फर्क पता चल जाऐएगा।'
अजहरुद्दीन ने आगे कहा, 'जब हमारे स्पिनर ऑस्ट्रेलिया जाते हैं तो वो कूकाबुरा बॉल को पकड़ने में भी दिक्कत महसूस करते हैं। इंग्लैंड में आप देख सकते हैं कि कैसे अश्विन और मोईन के प्रदर्शन में ड्यूक बॉल से फर्क था।'
अजहरुद्दीन ने ये भी माना जब गेंदबाज विकेट ले रहे हैं तो वो कैसे गेंद की बुराई कर सकते हैं। अजहरुद्दीन ने आगे कहा, 'अगर कुलदीप यादव ने राजकोट टेस्ट में छह विकेट लिए, तो उसके बाद वो एसजी गेंद की आलोचना कैसे कर सकते हैं। वहीं, उमेश यादव ने भी 10 विकेट हासिल किए और वो भी कैसे इस गेंद को बुरा बोल सकते हैं। आपको उसे इस्तेमाल करना होता है तो आपके हालातों को सूट करे। मैं इंग्लैंड में जाकर ये नहीं कह सकता कि आप एसजी गेंद से खेलें। यही टेस्ट क्रिकेट की चुनौती भी है।'