ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर डीन जोन्स ने माइकल क्लार्क के उस बयान को खारिज कर दिया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अपने आईपीएल अनुबंधों को बचाने के लिए 2018 टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों ने जानबूझकर विराट कोहली की स्लेजिंग नहीं की थी।
डीन जोन्स ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया ने एमएस धोनी और विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों को छेड़ने या उकसाने से हमेशा परहेज किया है। जोन्स ने कहा कि किसी को उकसाना या स्लेज करना 'ऑक्सीजन की तरह' होता है और ऑस्ट्रेलिया ऐसा नहीं चाहता है।
डीन जोन्स ने स्पोर्ट्सस्क्रीन यूट्यूब पेज पर बातचीत के दौरान कहा, "मैं आपको इसका कारण बताऊंगा कि वे सभी विराट के सामने चुप क्यों थे। जब विव रिचर्ड्स बल्लेबाजी करने आए तब हम शांत हो गए। हम जावेद मियांदाद और मार्टिन क्रो के आने पर भी चुप हो गए। इसके पीछे यही एक कारण है। आप विराट कोहली या एमएस धोनी को परेशान करना या उकसाना नहीं चाहते हैं क्योंकि स्लेजिंग उन्हें बहुत पसंद है। उनके लिए वह ऑक्सीजन की तरह है।"
उन्होंने आगे कहा, "उन्हें ऑक्सीजन नहीं दी जानी चाहिए। लेकिन मुझे आईपीएल अनुबंध के कारण विराट को परेशान नहीं करने के बारे में यह कारण थोड़ा बकवास लगता है। क्या विराट किसी को खेलने से रोकने वाला है? यह कोच और प्रबंधकों के लिए है।"
गौरतलब है कि इसी साल अप्रैल में ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन ने माइकल क्लार्क के बयान को खारिज कर दिया था। टिम पेन ने कहा था कि उन्होंने ऐसा कुछ भी नोटिस नहीं किया कि खिलाड़ी विराट कोहली के साथ जानबूझकर अच्छा व्यवहार कर रहे हैं या फिर उन्हें आउट नहीं करना चाहते थे।
पेन ने कहा कि जिन भी खिलाड़ियों के हाथ में गेंद या बल्ला था, वे सभी अपनी-अपनी तरफ से ऑस्ट्रेलिया को मैच जिताने की पूरी कोशिश कर रहे थे। उन्हें नहीं पता कि कौन उनके साथ अच्छा व्यवहार कर रहा था। हां हम ये जरुर चाहते थे कि कोहली को उकसाया मत जाए, क्योंकि उससे वो काफी बढ़िया खेलने लगते हैं।"