मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में शानदार फॉर्म में चल रहे बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने कहा कि वह 2014 के खराब प्रदर्शन के कारण उनका बोरिया बिस्तर बांधने वाले आलोचकों को जवाब देने का प्रयास नहीं कर रहे हैं।
पुजारा ने 17वां टेस्ट शतक जमाने के बाद कहा,‘‘मैं जब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलता हूं तो किसी को खामोश करने की जरूरत नहीं है। मुझे बस रन बनाते रहना है और मुझे वही पसंद है। मैं इन चीजों में नहीं पड़ना चाहता। मेरा काम रन बनाना है और वह मैं करता रहूंगा। देश में या विदेश में।’
उन्होंने स्वीकार किया कि एक बार खिलाड़ी रन बनाने लग जाता है तो आलोचक चुप हो जाते हैं। उन्होंने कहा,‘‘कई बार आपकी आलोचना होती है और आपको उसे स्वीकार करना होता है। लेकिन रन बनाते रहने पर और टीम के जीतने पर सब खुश हो जाते हैं।’’
पुजारा ने कहा,‘‘अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अनुभव काफी मायने रखता है। 2014 मेरा पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा था और शुरूआत अच्छी रही थी। ब्रिसबेन में मैंने अर्धशतक जमाया। मैं 30 या 40 रन में आउट हो रहा था। ऐसा नहीं है कि मैं खेल ही नहीं पा रहा था।’’
उन्होंने कहा,‘‘मैने उस दौरे पर बहुत रन नहीं बनाये। मैं गलतियों से सबक लेता हूं। मुझे पता है कि इन मैचों में क्या चाहिये। उस दौरे से मुझे इस दौरे पर रन बनाने में मदद मिली।’’