भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और कोच रह चुके दिग्गज स्पिन गेंदबाज अनिल कुंबले ने पहली बार शेन वार्न के साथ तुलना पर अपनी बात रखी है। कुंबले ने जिम्बाब्वे के पूर्व खिलाड़ी पॉमी एमबनग्वा के साथ इंस्टाग्राम लाइव चैट में कहा की उन्हें यह बिल्कुल समझ नहीं आता है की लोग शेन वार्न की साथ उनकी तुलना क्यों करते हैं।
शेन वार्न और मुथैया मुरलीधरन के बाद टेस्ट क्रिकेट में अनिल कुंबले तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और यह तीनों ही खिलाड़ी लगभग एक ही दौर में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना कदम रखा था।
इस बातचीत के दौरान कुंबले ने कहा, ''मुझे बहुत अच्छा लगता है की मैंने टेस्ट क्रिकेट में इतने सारे विकेट के साथ अपने करियर का अंत किया। मैंने कभी अपने रिकॉर्ड और औसत को लेकर चिंता नहीं करनी चाही। मैं बस दिन भर गेंदबाजी करना चाहता था और विकेट लेना चाहता था। टेस्ट क्रिकेट में मुरली और वार्न के बाद सबसे अधिक विकेट लेना मेरे लिए किसी उपलब्धि से कम नहीं है।''
उन्होंने कहा, ''हम तीनों एक ही दौर में खेले हैं ऐसे में बहुत बार एक दूसरे के साथ तुलना किया जाता रहा है। मुझे कभी समझ नहीं आया लोग मेरी वार्न के साथ मेरी तुलना क्यों कर करते हैं। वॉर्न बिल्कुल ही एक अलग तरह के गेंदबाज रहे हैं।''
कुंबले ने कहा, ''मुरली और वार्न दुनिया के किसी भी मैदान पर गेंद को स्पिन करा सकते थे लेकिन मेरे लिए यह मुश्किल काम था। मैंने उन्हें देखकर काफी कुछ सीखा है। वह दोनों बिल्कुल ही अलग तरह के गेंदबाज रहे हैं।''
आपको बता दें कि अनिल ने कुंबले ने भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में कुल 619 विकेट लिए हैं और साल 2008 में उन्होंने इस खेल को अलविदा कह दिया था। वहीं मुलरी ने टेस्ट में 800 और शेन वार्न ने 708 विकेट अपने नाम किया है।
वहीं कुंबले दुनिया के दूसरे ऐसे गेंदबाज हैं जिन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में सभी 10 विकेट लेने का कारनामा किया है। उन्होंने साल 1999 में पाकिस्तान के खिलाफ फिरोज शाह कोटला मैदान पर 74 रन खर्च कर 10 विकेट लिए थे।
वहीं मौजूदा समय में अनिल कुंबले इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी किंग्स इलेवन पंजाब के मुख्य कोच की भूमिका निभा रहे हैं।