इंग्लैंड के सलामी बल्लेबाज डॉम सिब्ली का कहा है कि श्रीलंका दौरा बीच में रद्द होने से वह अपनी फिटनेस को लेकर जागरूक हुए थे और यही वजह है कि है कि वह कोविड-19 के चलते लॉकडाउन में 12 किग्रा वजन कम करने में कामयाब रहे।
कोरोना वायरस के कारण इंग्लैंड को मार्च में श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट मैचों की सीरीज को रद्द करने करने लिए मजबूर होना पड़ा था। उस वक्त इंग्लैंड की टीम दूसरे अभ्यास मैच खेलने में व्यस्त थी कि तभी बोर्ड ने टीम को तुरंत स्वदेश लौटेने का निर्देश दिया।
सिब्ली ने कहा कि उन्हें अपने साथियों को फिटनेस पर कड़ी मेहनत करते हुए देख काफी शर्मिंदगी महसूस हुई और इसके बाद उन्होंने वजन कम करने का फैसला किया। कोरोना वायरस के कारण लगाये गये लॉकडाउन में उन्होंने करीब 12 किग्रा वजन कम किया।
इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) द्वारा आयोजित ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में सिब्ली ने कहा, ‘‘श्रीलंका में अपने करियर में पहली बार अपने शरीर और वजन को लेकर मुझे शर्मिंदगी हुई। मुझे याद है कि प्लेन में मैं सोच रहा था कि मुझे अब कुछ करना होगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘बेन स्टोक्स जब प्रैक्टिस के लिए मैदान पर आते तो कड़ी मेहनत करते। असल में स्टोक्स, जो रूट और जोस बटलर को कोलंबो में एक सेशन के बाद दौड़ते हुए देखकर ही मेरी आंखें खुली।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अपनी फिटनेस बनाये रखने के लिये इन खिलाड़ियों की मेहनत को देखकर ही मुझे लगा कि ऐसा ही मैं भी करना चाहता हूं। मुझे बल्लेबाजी करते हुए कभी थकान नहीं लगती। मेरी फिटनेस से कभी मेरी बल्लेबाजी प्रभावित नहीं हुई। यह जरूरी नहीं है कि इससे मेरी बल्लेबाजी में सुधार होगा। लेकिन यह मैदान पर मेरी तेजी में मदद कर सकती है। वजन कम होने से मुझे चोट लगने की संभावना भी कम हो गयी है।’’
गौरतलब है कि डॉम सिब्ली वेस्टइंडीज के खिलाफ 8 जुलाई से शुरू होने वाली 3 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में रोरी बर्न्स के साथ इंग्लैंड की पारी का आगाज करेंगे। इस मैच के जरिए करीब 100 दिनों बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी होगी।
(With PTI inputs)