राजकोट: न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ दूसरे टी-20 मैच से पहले शुक्रवार को भारतीय टीम के हरफनमौला खिलाड़ी अक्षर पटेल ने कहा कि वह अपनी गेंदबाजी को लेकर मुख्य कोच रवि शास्त्री से ज्यादा बात नहीं करते हैं। अक्षर बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज हैं और रवि भी बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज रहे हैं। लेकिन अक्षर का मानना है कि रवि की गेंदबाजी शैली उनसे अलग थी।
मैच से पहले संवाददाता सम्मेलन में अक्षर ने कहा, "मैं रवि से ज्यादा बात नहीं करता। वह जानते हैं कि मेरी गेंदबाजी शैली उनकी शैली से अलग है। उन्होंने मेरी गेंदबाजी में ज्यादा बदलावों की सलाह नहीं दी है।"
अक्षर ने कहा, "उन्होंने मुझसे कहा था कि आप भारतीय टीम में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद आए हैं तो इसी प्रदर्शन को जारी रखिए।"
टीम में स्पिनों की अहमियत पर अक्षर ने कहा, "कलाई के स्पिनर आक्रमण कर सकते हैं क्योंकि उन्हें पिच से ज्यादा मदद मिलती है। उनका काम मुख्यत: आक्रमण करना और मध्य के ओवरों में विकेट लेना होता है।"
टीम में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के रूप में दो कलाई के स्पिन गेंदबाज हैं।
इस हरफनमौला खिलाड़ी ने कहा, "उंगली के स्पिनरों का काम रन पर अंकुश लगाने का होता है। अगर साझेदारी नहीं होगी तो बल्लेबाजों पर दबाव होगा। इसलिए यही हमारी रणनीति है।"
अक्षर ने स्वतंत्र रूप से गेंद डालने के लिए कप्तान विराट कोहली को श्रेय दिया है, "वह आपको स्वतंत्र होकर गेंद करने देते हैं और उसके हिसाब से फील्डिंग लगाते हैं। अगर यह काम नहीं करता है तो वह आपको सलाह देते हैं। जाहिर सी बात है कि आपको अच्छा लगेगा और कप्तान आपका समर्थन करेगा तो आपको स्वतंत्र होकर गेंदबाजी करने में मदद मिलेगी।"
भारत तीन टी-20 मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे है। दूसरे मैच में रणनीति के बारे में पूछने पर अक्षर ने कहा, "पहले मैच में उन्होंने स्वीप शॉट को अच्छे से खेला था। मुंबई में भी उन्होंने स्वीप शॉट का काफी उपयोग किया था।"
उन्होंने कहा, "मेरे लिए रणनीति साफ है कि मैं किसी भी तरफ से गेंदबाजी करूं मैं कोण बनाकर गेंद डालूंगा और मिश्रण करूंगा।"
अपने घरेलू मैदान पर खेलते हुए अक्षर को अच्छे प्रदर्शन का भरोसा है।
उन्होंने कहा, "यह मेरा घरेलू मैदान है। मैं जानता हूं कि विकेट किस तरह का है। मैं वही करने की कोशिश करूंगा जो आईपीएल में करता आया हूं।"