कोरोना महामारी के कारण जहां पूरी दुनिया में सभी प्रकार के खेलों पर रोक लगी हुई है वहीं सभी खिलाडी घर पर बैठे हुए हैं। जिसके चलते अक्सर खिलाडी सोशल मीडिया के जरिये एक दूसरे से बातचीत करते नजर आ जाते हैं। इतना ही नहीं लॉकडाउन के चलते वो कई घर के काम और नई - नई चीज़ों पर भी हाथ आजमा रहे हैं। हलांकि इससे इतर दुनिया भर के क्रिकेट बोर्ड जल्द से जल्द अंतराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी को लेकर प्रयासरत हैं। जिस कड़ी में हमें जुलाई माह में सबसे पहले इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच टेस्ट सीरीज देखने को मिल सकती हैं। मगर ऐसे में लगभग पिछले दो माह से घर पर बैठे रहने और उसके बाद क्रिकेट के मैदान में खिलाड़ियों को उतरने से पहले अपनी लय हासिल करने के लिए काफी समय चाहिए होगा।
जिस पर टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक का मानना है कि कोरोना वायरस महामारी के दौरान कोई गतिविधि नहीं होने से शरीर ‘जोम्बी मोड’ में चला गया है और मैच फिटनेस हासिल करने में कम से कम चार सप्ताह लगेंगे।
कार्तिक ने कहा कि अभ्यास शुरू करने के बाद क्रिकेटरों को धीरे धीरे आगे बढना होगा। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा,‘‘ खुद को ढालना आसान नहीं होगा। कम से कम चार हफ्ते लगेंगे। धीरे - धीरे शुरूआत करनी होगी।’’
उन्होंने कहा,‘‘ अभी चेन्नई में लॉकडाउन में काफी रियायतें हैं तो अनुमति लेकर अभ्यास कर सकते हैं। मैं भी वहीं करूंगा लेकिन धीरे धीरे । घर बैठे बैठे शरीर अकड़ गया है।’’
बता दें कि कोरोना महामारी का खतरा इस साल ऑस्ट्रेलिया में होने वाले आईसीसी टी20 विश्वकप के उपर भी मंडरा रहा है। जिसके चलते आईसीसी ने टी20 के भविष्य को लेकर कोई भी फैसला लेने के लिए 10 जून तक का समय माँगा है। जबकि कई क्रिकेट पंडित और दिग्गजों का कहना है कि 18 अक्टूबर से 15 नवंबर के बीच होने वाले इस इस विश्वकप को रद्द या स्थगित करके दुनिया की सबसे बड़ी इंडियन प्रीमीयर लीग कराई जानी चाहिए। जिसके लिए बीसीसीआई भी 29 मार्च से स्थगित हुए आईपीएल को सितंबर से नवंबर के बीच कराने पर विचार कर रहा है। ऐसे में आईपीएल के भविष्य पर बीसीसीआई क्या अधिकारिक फैसला लेती है इसका सभी को बेसब्री से इंतज़ार है।