निदास ट्रॉफी के फाइनल की यादें भारतीय फैंस की जेहन में आज भी ताजा हैं। इस टूर्नामेंट के फाइनल में एक समय भारत की कगार पर खड़ा था लेकिन दिनेश कार्तिक ने आखिरी गेंद पर छक्का जड़ बांग्लादेश के मुंह से जीत छीन ली। इस मैच में कार्तिक ने महज 8 गेंदों में 29 रन की तूफानी पारी खेलते हुए भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी।
दिनेश कार्तिक ने खेल में मानसिक शक्ति और कंडीशनिंग के महत्व और आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए इस मैच को लेकर अब बड़ा खुलासा किया है। भारतीय क्रिकेटर दिनेश कार्तिक और भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी दीपिका पल्लीकल ने बतौर गेस्ट स्टार स्पोर्ट्स 1 तमिल शो माइंड मास्टर्स में हिस्सा लिया जिसमें उन्होंने मानसिक शक्ति की जरूरत के बारे में चर्चा की। इस कार्यक्रम में कार्तिक और पल्लीकल दोनों ने अपने खेल के सफर और अपने करियर के मुश्किल पलों के बारे में खुलकर बात की।
निदास ट्रॉफी के फाइनल में अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए कार्तिक ने कहा, “मैं इस तरह के पल का इंतजार कर रहा था ताकि खुद को साबित कर सकूं। मैं इस तरह के मौके का सामना करने के लिए काफी अभ्यास कर रहा था। जब हकीकत में इस तरह की स्थिति आई तो मुझे उस स्टेज पर मजा आया। काफी कुछ ऑटो मोड पर हो गया था।"
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उन्होंने कहा, "जब आप काफी अभ्यास करते हैं और वो स्थिति आपके सामने आ जाती है तो आप जानते हो कि क्या करना है। मुझे विश्वास था कि हम मैच जीत जाएंगे। दो ओवरों में 34 रन चाहिए थे, तब भी मैं सोच रहा था कि मैं इस मैच को जीत सकता हूं।"
गौरतलब है कि दिनेश कार्तिक निदास ट्रॉफी में 29 रन की तूफानी पारी में तीन छक्के और दो चौके जड़े थे। यही नहीं, इस पारी की बदौलत उन्होंने एक अनोखा वर्ल्ड रिकॉर्ड भी अपने नाम कर लिया था। दरअसल, T20 इंटरनेशनल के फाइनल मैच में दिनेश कार्तिक आखिरी गेंद पर छक्का जड़कर जीत दिलाने वाले दुनिया के इकलौते क्रिकेटर हैं।