इंदौर: ध्रुव शोरे (नाबाद 123) और हिम्मत सिंह (66) ने होल्कर स्टेडियम में विदर्भ के खिलाफ खेले जा रहे रणजी ट्रॉफी फाइनल में दिल्ली को सम्मानजनक स्थिति में पहुंचा दिया। दिल्ली ने पहले दिन शुक्रवार का अंत छह विकेट के नुकसान पर 271 रनों के साथ किया।
विदर्भ द्वारा बल्लेबाजी का न्यौता मिलने पर पहली पारी खेलने उतरी दिल्ली ने एक समय 99 रनों पर ही अपने चार विकेट खो दिए थे, लेकिन यहां से दूसरे छोर पर खड़े ध्रुव को हिम्मत का साथ मिला और दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 105 रनों की साझेदारी कर टीम को संभाल लिया।
कुणाल चंदेला बिना खाता खोले लौट गए थे। उनके जोड़ीदार गौतम गंभीर (15) को अक्षय वाघरे ने अपना शिकार बनाया। नितिश राणा और कप्तान ऋषभ पंत 21-21 रन बना सके। फिर हिम्मत और ध्रुव ने विदर्भ के गेंदबाजों के विकेट लेने के सिलसिले पर ब्रेक लगा दिए।
लेकिन अंतत: सेमीफाइनल में विदर्भ की जीत के हीरो रहे रजनीश गुरबानी ने हिम्मत को आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा। हिम्मत के बाद क्रिज पर उतरे मनन शर्मा सिर्फ 13 रन ही बना सके और 242 के कुल स्कोर पर पवेलियन लौट गए।
ध्रुव को इसके बाद विकास मिश्रा का साथ मिला और दोनों दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद विकेट पर खड़े रहे। ध्रुव ने अभी तक 256 गेंदें खेली हैं और 17 चौके लगाए हैं। विकास ने 37 गेंदों में बिना किसी बाउंड्री के पांच रन बनाए हैं।
विदर्भ की तरफ से गुरबानी और आदित्य ठाकरे ने दो-दो विकेट लिए हैं। सिद्देश नेराई और वाघारे को एक-एक सफलता मिली।