कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में खेल जगत की कई जानी-मानी हस्तियां बढ़ चढ़कर मदद के लिए आगे आ रहे हैं। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी पुणे में एक संगठन को एक लाख रुपए देकर मदद की लेकिन इस अच्छे काम के बावजूद धोनी सोशल मीडिया पर बुरी तरह से ट्रोल हो गए।
हालांकि धोनी की पत्नी साक्षी ने बिना तथ्य को जाने ट्रोल करने वालों को करारा दिया है। साक्षी कुछ मीडिया हाउसों को भी अपने निशाने पर लिया, जिन्होंने बिना क्रॉसचेक किए धोनी को आड़े हाथ लिया था।
साक्षी ने ट्वीट कर लिखा, ''मैं सभी मीडिया हाउसों से गुजारिश कर रही हूं कि इस मुश्किल घड़ी में आप लोग गलत खबरें ना फैलाएं। मुझे हैरानी हो रही है कि एक जिम्मेदार पत्रकारिता कहां चली गई है।''
दरअसल पुणे के एनजीओ ने क्राउड फंडिंग के माध्यम से कोरोना वायरस के बाद हुए लॉकडाउन से प्रभावित लोगों की मदद के लिए 12.30 लाख रुपये इकट्ठे करने का लक्ष्य बनाया था लेकिन इस एनजीओ को एक लाख रुपए की कमी पड़ रही थी। ऐसे में धोनी ने क्राउडफंडिंग वेबसाइट केटो के जरिए पुणे स्थित मुकुल माधव फाउंडेशन को लक्ष्य में सहयोग के लिए एक लाख रुपये दिए।
इसके बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने धोनी को ट्रोल करना शुरु कर दिया जिसमें यहां तक कहा जा रहा है कि धोनी की सलाना कमाई 800 करोड़ है लेकिन इस महामारी के दौरान उन्होंने सिर्फ एक लाख रुपए की मदद की है।
इस एनजीओ का लक्ष्य है कि लॉकआउड में अगले 14 दिनों तक करीब सौ मजदूर परिवारों के लिए भोजन-पानी और जरुरी सामानों की व्यवस्था करेगा।