नई दिल्ली: टीम इंडिया के विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी हालंकि अब कप्तान नहीं हैं लेकिन अक़्सर उन्हें मैदान में खिलाड़ियों, ख़ासकर बॉलरों को निर्देश देते देखा जा सकता है. कई बार तो वो ख़राब बॉलिंग करने या बात न मानने पर बॉलर को फटकार भी लगा देते हैं. कप्तान बनने के बाद विराट धोनी से मैदान पर सलाह-मशविरा करते रहते हैं और उनकी बात भी मानते हैं लेकिन मंगलवार की रात ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दूसरे टी-20 मैच में धोनी को सुनना उनके लिए मंहगा साबित हुआ.
टी-20 सिरीज़ के इस दूसरे मैच में डीआरएस का इस्तेमाल करने में माही से ऐसी चूक हो गई जिसका खामियाज़ा टीम इंडिया को मैच गंवाकर उठाना पड़ा. ऑस्ट्रेलियाई पारी के पांचवे ओवर में कप्तान विराट ने भुवनेश्वर कुमार को गेंद सौंपी. भुवी के ओवर की चौथी गेंद बल्लेबाज़ी कर रहे ऑनरिकेज़ के बल्ले का बाहरी किनारा लेकर निकली. जिसपर भुवनेश्वर से लेकर कप्तान तक सब खिलाड़ियों ने अपील की लेकिन अंपायर ने उसे नकार दिया.
इसके तुरंत बाद कप्तान कोहली ने अपने डीआरएस एक्सपर्ट एमएस धोनी की तरफ देखा. लेकिन धोनी ने विराट को डीआरएस लेने से इंकार कर दिया. इस गेंद के बाद विराट कोहली डीआरएस लेना चाहते थे लेकिन धोनी के इशारे की वजह से उन्होंने डीआरएस नहीं लिया. कुछ देर बाद टीवी रीप्ले में देखने पर गेंद बल्ले का किनारा लेकर जाती हुई दिखी जिससे साफ था कि अगर टीम इंडिया ने डीआरएस लिया होता तो ऑनरिकेज़ आउट होकर वापस पवेलियन लौट जाते.
मोएसिज़ ऑनरिकेज़ टीम इंडिया पर जीत के ऑस्ट्रेलिया के स्टार रहे. उन्होंने 2 रन के स्कोर पर मिले जीवनदान का फायदा उठाते हुए नाबाद 62 रन बनाए और टीम को जीत भी दिला दी.
भारतीय टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 20 ओवरों में महज़ 118 रन बनाए थे. जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने ये लक्ष्य 15.3 ओवरों में 2 विकेट गंवाकर हासिल कर लिया.