धर्मशाला: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने आज अपने गेंदबाजों की ओर से निरंतरता की कमी पर अफसोस जताया और कहा कि उनकी टीम यहां दक्षिण अफ्रीका के साथ खेले गए पहले T-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में अपने गेमप्लान को और बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर सकती थी जिसमें उसे सात विकेट से हार का सामना करना पड़ा।
धोनी ने मैच के बाद कहा, ऐसा भी समय आया जब हमने काफी रन दिये। इससे गेंदबाजों पर काफी दबाव पड़ता है। कोई भी ओवर में जब 20 रन से अधिक आते हैं, उससे काफी दबाव पड़ता है।
उन्होंने कहा, इस तरह के विकेट और इस तरह के मैदान पर प्रदर्शन काफी महत्वपूर्ण होता है। हम और बेहतर कर सकते थे। हमे विरोधी टीम को गलत शाट खेलने के लिए उकसा कर विकेट लेने होते हैं।
धोनी ने बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल का बचाव किया जिन्होंने 16वें ओवर में 22 रन दिये और यह भी समझाया कि उन्होंने धीमी गति से गेंदबाजी करने वाले पार्ट-टाइम गेंदबाज सुरेश रैना से गेंदबाजी क्यों नहीं करवायी।
उन्होंने कहा, अक्षर अच्छी गेंदबाजी करते हैं, चाहे वह दाएं हाथ के बल्लेबाज को हो या बाएं हाथ के बल्लेबाज को। मैं रैना से गेंदबाजी करा सकता था लेकिन स्थितियों को देखते हुए वहां काफी मुश्किल था।
यह पूछे जाने पर कि क्या पहले बल्लेबाजी करते हुए पांच विकेट पर 199 रन बनाने पर्याप्त थे, धोनी ने कहा, हमारे पास कुछ बराबर के करीब था, लेकिन ओस थी, अधिक उंचाई थी।