तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी एक ऐसे विवाद में फंस गए जिसने उनके करियर को हिलाकर रख दिया है। भारतीय टीम की तेज गेंदबाजी की धार बन चुके शमी पर उन्हीं की पत्नी हसीन जहां ने आरोपों की इतनी बाउंसर फेंकीं कि शमी को समझ ही नहीं आया कि वो इन्हें छोड़ें या खेलें। मंगलवार की शाम (6 मार्च) से हसीन जहां ने शमी पर आरोप लगाने का सिलसिला शुरू किया जो आज के दिन यानि (9 मार्च) तक जारी रहा। इस मामले में हसीन जहां ने कई आरोप लगाए तो वहीं शमी ने भी मीडिया के सामने आकर खुद को बेकसूर बताया।
इंडियन प्रीमियर लीग की फ्रेंचाइजी दिल्ली डेयरडेविल्स मोहम्मद शमी से जुड़े विवाद पर करीबी नजर रखे हुए है तथा उसके शीर्ष अधिकारी इस मामले में जल्द ही बीसीसीआई अधिकारियों से मिल सकते हैं।
शमी की पत्नी हसीन जहां ने इस तेज गेंदबाज पर घरेलू हिंसा और व्यभिचार का आरोप लगाकर पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है। बीसीसीआई पहले ही उनका केंद्रीय अनुबंध रोक चुका है क्योंकि पुलिस घरेलू हिंसा के आरोपों की अपनी जांच जल्द शुरू कर सकती है।
डेयरडेविल्स अब बीसीसीआई से कानूनी सलाह का इंतजार कर रही है कि उसे बंगाल के इस तेज गेंदबाज को शिविर में भाग लेने की अनुमति देनी चाहिए या नहीं। शिविर इस महीने के आखिर में शुरू होगा।
फ्रेंचाइजी के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘डेयरडेविल्स प्रबंधन इस मामले में एकतरफा फैसला नहीं कर सकता है। आईपीएल में खेलने वाले प्रत्येक खिलाड़ी का त्रिस्तरीय अनुबंध होता है जिसमें बीसीसीआई, फ्रेंचाइजी और खिलाड़ी शामिल होता है। हम इस संवेदनशील स्थिति से अवगत हैं और बीसीसीआई के शीर्ष अधिकारियों से बात कर रहे हैं।’’