साल 2019 को खत्म होने में अब कुछ दिन का ही समय रह गया है। इस साल की समाप्ति के साथ ही 2010 से एक दशक भी पूरा हो जाएगा। इन 10 सालों में विश्व क्रिकेट में कई बड़े बदलाव देखने को मिले हैं जिसमें खास तौर से टी-20 फॉर्मेट का प्रभाव सबसे अधिक रहा। टी-20 क्रिकेट की लोकप्रियता का आलम यह है कि ऐसे देशों में भी क्रिकेट ने अपनी दस्तक दी जहां इस खेल के बारे बहुत ही कम या ना के बराबर लोगों को जानकारी थी।
हालांकि टी-20 क्रिकेट की शुरुआत साल 2005 में हुई थी। दुनिया का पहला टी-20 इंटनेशनल मैच इंग्लैंड और न्यूजीलैंड के बीच खेला गया था। इसके बाद क्रिकेट का यह फटाफट फॉर्मेट इतना मनोरंजक होता चला गया कि आज दुनिया भर में फ्रेंचाइजी लीग के माध्यम से इसे और अधिक बढ़ावा मिल रहा है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण भारत में ही खेली जाने वाली इंडियन प्रीमियर लीग है जिसका 13वां सीजन खेला जाने वाला है।
टेस्ट और वनडे क्रिकेट के बाद टी-20 फॉर्मेट के लिए भी खिलाड़ियों ने खुद को उसी तरह से ढाल लिया है। क्रिकेट के मैदान पर इस फॉर्मेट में रनों की बरसात के साथ-साथ ही गेंदबाजों के लिए भी खूब मौके हैं।
टी-20 क्रिकेट में ऐसे कुछ खिलाड़ी हुए जिन्होंने पिछले 10 सालों में अपने शानदार प्रदर्शन से दुनिया भर में अपनी चमक बिखेरी। ऐसे ही खिलाड़ियों के साथ हम आपको बता रहे हैं टी-20 क्रिकेट की एक ऐसी प्लेइंग इलेवन जिन्होंने 10 सालों से इस फॉर्मेट में अपना दबदबा कायम कर रखा है।
1- रोहित शर्मा
फटाफट क्रिकेट में भारतीय ओपनर बल्लेबाज रोहित शर्मा का नाम ना हो ऐसा नहीं हो सकता। रोहित शर्मा को इस फॉर्मेट को सबसे खतरनाक बल्लेबाजों में से एक माना जाता है। रोहित शर्मा की आक्रमक बल्लेबाजी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखती है।
इस फॉर्मेट में रोहित ने अपना सबसे पहला मैच साल 2007 में आयरलैंड के खिलाफ खेला था। शुरुआती दौरे वे मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते थे लेकिन जैसे ही उन्होंने बल्लेबाजी क्रम में ऊपर खेलना शुरू किया वह और खतरनाक होते चले गए।
हालांकि हम बात कर रहें हैं पिछले एक दशक की, तो रोहित ने पिछले 10 सालों में कुल 90 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 140.12 की स्ट्राइक रेट से 2392 रन बनाए हैं। इस दौरान रोहित का औसत 32.32 का रहा। रोहित टी-20 क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में दुनिया के दूसरे बल्लेबाज हैं।
इस फॉर्मेट में रोहित ने 19 अर्द्धशतक और 4 शतक लगाए हैं। दुनिया का कोई भी क्रिकेटर टी-20 इंटरनेशनल में 4 शतक नहीं लगा पाया है। ऐसे में रोहित के इन आंकड़ों को देखकर इस दशक के टी-20 प्लेइंग इलेवन में शामिल किया जाना जरूरी है।
2- मार्टिन गुप्टिल
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के विस्फोटक बल्लेबाज मार्टिन गुप्टिल को इस दशक के प्लेइंग इलेवन के दूसरे ओपनर बल्लेबाज के तौर पर रख सकते हैं। गुप्टिल इस फॉर्मेट में दुनिया के तीसरे सबसे अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
साल 2010 से लेकर अबतर गुप्टिल ने 71 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 2197 रन बनाए हैं। इस दौरान गुप्टिल का औसत 34.87 रहा है जबकि उन्होंने 136.29 की स्ट्राइक रेट से रन बनाए। इस फॉर्मेट में गुप्टिल अबतक कुल 15 अर्द्धशतक और दो शतक लगा चुके हैं।
3- विराट कोहली
इस लिस्ट में तीसरा बल्लेबाज रन मशीन कहे जाने वाले भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली है। विराट कोहली मौजूदा समय में टी-20 क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट में पहले स्थान पर हैं।
पिछले 10 सालों में विराट कोहली ने इस फॉर्मेट में जमकर रन बटोरे हैं। विराट कोहली ने इस दौरान कुल 75 टी-20 मैच खेले हैं जिसमें इनका औसत दुनिया के किसी भी खिलाड़ी से अधिक है।
विराट कोहली ने इस फॉर्मेट में 52.66 की औसत के साथ अबतक कुल 2633 रन बना चुके हैं। इस फॉर्मेट में कोहली का स्ट्राइक रेट 138.07 का रहा है। हालांकि टी-20 में विराट कोहली अबतक एक भी शतक नहीं लगा पाए लेकिन उन्होंने 24 पारियों में 50 रन के आंकड़े को पार किया है। इस दौरान उनका सार्वधिक स्कोर नाबाद 94 रन का रहा है।
4- इयोन मोर्गन
मध्यक्रम में इंग्लैंड के लिमिटेड ओवरों के कप्तान मोर्गन सबसे फिट बैठते हैं। मोर्गन टी-20 में आक्रमक बल्लेबाजी के साथ टीम को स्थिरता भी प्रदान कर सकते हैं। मोर्गन ने अपने हालिया प्रदर्शन से इसे साबित किया है। मोर्गन की कप्तानी में ही इंग्लैंड की टीम पहली बार 50 ओवरों के विश्व कप के खिताब जीतने में कामयाब हो पाई थी।
टी-20 क्रिकेट में मोर्गन की उपयोगिता का अंदाजा इसी बात के लगाया जा सकता है कि वह टी-20 में सबसे अधिक रन बनाने के मामले में दुनिया में छठे स्थान पर मौजूद हैं।
मोर्गन ने पिछले 10 सालों में 83 टी-20 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 134.34 की स्ट्राइक रेट से 1901 रन बना चुके हैं। इस दौरान मोर्गन ने कुल 10 अर्द्धशतक भी लगाया है जबकि उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 91 रनों की पारी है।
5- एबी डिविलियर्स
साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान और विस्फोटक बल्लेबाज के बिना टी-20 क्रिकेट में किसी भी टीम की प्लेइंग इलेवन पूरी नहीं मानी जा सकती है। डिविलियर्स के अंदर काबिलियत है कि वह मैदान के चारों दिशाओं में शॉट खेल सकते हैं। यही वजह है कि उन्हें क्रिकेट फैंस मिस्टर 360 के नाम से पुकारते हैं।
हालांकि डिविलियर्स ने साल 2017 में क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का एलान कर दिया था लेकिन साल 2010 से 2017 के बीच उन्होंने कुल 55 टी-20 मैच खेले जिसमें उन्होंने 137.27 की स्ट्राइक रेट से 1276 रन बनाए। इस दौरान डिविलियर्स ने 7 अर्द्धशतक भी जड़े।
6- शोएब मलिक
टी-20 क्रिकेट में कोई भी प्लेइंग इलेवन पाकिस्तानी ऑलराउंडर शोएब मलिक के बिना पूरा नहीं माना जा सकता है। इस फॉर्मेट में मलिक ने मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए टीम को कई अहम मौकों पर जीत दिलाने का काम किया है।
यही वजह है कि मलिक टी-20 में रन बनाने के मामले में टॉप-10 बल्लेबाजों की लिस्ट में शामिल हैं।
साल 2010 से लेकर अबतक मलिक ने 84 मैचों में कुल 1709 रन बनाए हैं। इस दौरान उनका औसत 31.64 रहा है। शोएब ने इन 10 सालों में 5 अर्द्धशतक भी लगाए हैं।
सिर्फ बल्लेबाजी में ही नहीं मलिक ने गेंद से भी अपना कमाल दिखाया है। मलिक ने गेंदबाजी के दौरान 16 विकेट भी अपना नाम किए हैं।
7- थिसारा परेरा
टी-20 क्रिकेट में श्रीलंका के इस क्रिकेटर सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर माना जाता है। थिसारा परेरा गेंदबाजी के साथ अपनी बल्लेबाजी से भी पिछले 10 सालों में श्रीलंका के लिए शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं।
परेरा के टीम में होने से एक अतिरिक्त तेज गेंदबाज की कमी भी पूरी हो जाती है। ऐसे में इनको प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किए जाने की कोई ठोस वजह नहीं है।
परेरा ने पिछले 10 सालों में इस फॉर्मेट में 79 मैच खेले हैं जिसमें गेंदबाजी में उन्होंने 51 विकेट झटके हैं जबकि बल्लेबाजी के दौरान उन्होंने टीम के लिए 1169 रनों का योगदान दिया है।
8- शाकिब अल हसन
बांग्लादेश का यह अनुभवी खिलाड़ी ऑलराउंडरों की आईसीसी रैंकिंग में पहले स्थान पर रह चुके हैं। शाकिब ने जितने अच्छे एक गेंदबाज हैं उतनी ही बेहतरीन उनकी बल्लेबाजी भी है। शाकिब ने दोनों ही विभाग में टीम के लिए शानदार योगदान दिया है।
यही वजह है कि शाकिब दुनिया के उन गिने चुने ऑलराउंडरों में से एक हैं जिन्होंने टी-20 फॉर्मेट में 1000 से अधिक रन बनाने के साथ 50 से अधिक विकेट भी ले चुके हैं।
पिछले 10 सालों में शाकिब के प्रदर्शन पर नजर डाले तो उन्होंने लगातार खुद को बेहतर ही साबित किया है। इस दशक में शाकिब ने कुल 65 टी-20 मैच खेले जिसमें उन्होंने बल्ले से 1469 रन बनाए जबकि गेंदबाजी में वे 79 विकेट अपने नाम किए।
ऐसे में क्रिकेट के इस फॉर्मेट में एक ऑलराउंडर के तौर शाकिब की जगह बनना तय हो जाता है।
9- राशिद खान
अफगानिस्तान क्रिकेट टीम का यह खिलाड़ी विश्व क्रिकेट में जिस तरह से उभर कर आया उसकी किसी ने भी कल्पना नहीं की होगी। राशिद मौजूदा समय में दुनिया भर की फ्रेंचाइजी टी-20 लीग में पहली पसंद है।
इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह उनकी गेंदबाजी हैं। राशिद की गेंदबाजी के आगे दुनिया भर के दिग्गज बल्लेबाजों को खेलना आसान नहीं रहा है। यही वजह है कि टी-20 क्रिकेट में राशिद गेंदबाजी की रैंकिंग में पहले स्थान पर मौजूद हैं।
हालांकि राशिद के आकंड़ो से हटकर देखें तो यह कहा जा सकता है कि उन्होंने अधिकतर एसोसिएट देशों के साथ ही मैत खेला है लेकिन उन्होंने टी-20 लीग और मजबूतों टीमों के खिलाफ भी खुद को साबित कर के दिखाया है यही वजह है कि राशिद को इस दशक की टी-20 प्लेइंग में शामिल किया जा सकता है।
राशिद ने साल 2015 में अपने टी-20 करियर की शुरुआत की थी। 2015 से लेकर अबतक उन्होंने इस फॉर्मेट में कुल 45 मैच खेले हैं जिसमें सबसे अधिक 84 विकेट लेने का कारनामा किया है। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 6.15 का रहा है जबकि सबसे बेहतरीन 5 रन खर्च कर 3 विकेट लेने का है।
10- लसिथ मलिंगा
मौजूदा समय में टी-20 क्रिकेट में मलिंगा से बेहतर और सफल तेज गेंदबाज और कोई नहीं है। मलिंगा एक तेज गेंदबाज के रूप में पिछले एक दशक से इस फॉर्मेट पर अपना राज कर रहे हैं।
इसका सबसे बड़ा सबूत उनके आंकड़े हैं। मलिंगा इस फॉर्मेट में सबसे अधिक विकेट लेने तेज गेंदबाज हैं। उनके 10 सालों के प्रदर्शन पर नजर डाले तो मलिंगा के सामने दुनिया का कोई भी गेंदबाज नहीं ठहरता है।
पिछले एक दशक में मलिंगा ने 59 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 82 विकेट लिए। इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 7.15 का का रहा है।
11- टिम साउदी
टिम साउदी को दूसरे प्रमुख तेज गेंदबाज के रूप में टीम में शामिल किया जा सकता है। इसके पीछे की सबसे बड़ी वजह यह है कि पिछले एक दशक में साउदी मलिंगा के बाद सिर्फ दूसरे तेज गेंदबाज हैं जो टी-20 क्रिकेट में टॉप-10 गेंदबाजों में सबसे सफल तेज गेंदबाज हैं।
साउदी ने पिछले 10 सालों में न्यूजीलैंड के लिए कुल 57 टी-20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। इन मुकाबलों में साउदी ने टीम के लिए 64 विकेट लिए हैं। हालांकि साउदी मलिंगा के मुकाबले में थोड़े महंगे जरूर साबित रहे हैं लेकिन उनके अंदर यह काबिलियत हैं कि वह नई गेंद टीम को शुरुआती सफलता दिला सकते हैं।
इस दशक की टी-20 प्लेइंग इलेवन- रोहित शर्मा, मार्टिन गुप्टिल, विराट कोहली (कप्तान), इयोन मोर्गन, एबी डिविलियर्स (विकेटकीपर), शोएब मलिक, थिसारा परेरा, शाकिब अल हसन, राशिद खान, लसिथ मलिंगा और टिम साउदी।
( टी-20 के इस प्लेइंग इलेवन में लगभग उन्हीं खिलाड़ियों को शामिल किया गया है जिनका करियर इस फॉर्मेट में कम से कम 10 सालों का रहा है। राशिद खान के अलावा कुछ ऐसे खिलाड़ी भी हैं जिनका करियर उससे कम है लेकिन उनके मौजूदा और पिछले प्रदर्शन को देखते हुए उन्हें नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।)