भारत में टेस्ट क्रिकेट की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है। भारत के अलावा भी ज्यादातर देशों में खेल के इस फॉर्मेट की लोकप्रियता पहले जैसी नहीं रही है। इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों को छोड़कर ज्यादातर देशों में टेस्ट क्रिकेट दर्शकों को तरस रहा है। हालांकि भारत के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने एक बार फिर भारत में डे-नाइट टेस्ट की वकालत की है। गांगुली का मानना है कि इससे दर्शक एक बार फिर टेस्ट क्रिकेट की तरफ लौट सकते हैं और इससे उनकी दिलचस्पी इस फॉर्मेट की तरफ दोबारा बढ़ेगी। गांगुली ने कहा, 'मैं डे-नाइट टेस्ट में विश्वास करता हूं और मेरा मानना है कि इससे दर्शक एक बार फिर इस फॉर्मेट की तरफ आकर्षित होंगे, खासकर भारत में।'
गांगुली ने आगे कहा, 'लेकिन लग रहा है कि बोर्ड और खिलाड़ी इसके लिए तैयार नहीं हैं। हमें इंतजार करना होगा कि बोर्ड कब इस पर फैसला लेता है। हालांकि डे-नाइट टेस्ट ऑस्ट्रेलिा, इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका जैसे देशों में खेला जा रहा है। मुझे पता है कि बीसीसीआई के अलग विचार हैं।' गांगुली ने ये भी कहा कि पहले बीसीसीआई वेस्टइंडीज के भारत दौरे पर डे-नाइट टेस्ट पर विचार कर रहा था लेकिन उसके बाद उन्होंने अपना फैसला बदल लिया।
गांगुली ने कहा, 'पिछले साल टेक्निकल कमिटी की बैठक में ये फैसला लिया गया था कि जब इस साल वेस्टइंडीज की टीम भारत दौरे पर आएगी तो राजकोट में डे-नाइट टेस्ट खेला जाएगा। लेकिन भारतीय टीम मैनेजमेंट कुछ और ही सोच रहा था और उन्होंने कह दिया कि वो अभी डे-नाइट टेस्ट के लिए तैयार नहीं हैं। हो सकता है कि इसके पीछे का कारण शाम को ओस पड़ने रहा हो या फिर कूकाबूरा गेंद का इस्तेमाल। भारत में डे-नाइट टेस्ट के आने से पहले ऐसे कई मुद्दे हैं जिन्हें हल करने की जरूरत है।' आपको बता दें कि भारतीय टीम ने अब तक एक भी डे-नाइट टेस्ट नहीं खेला है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले डे-नाइट टेस्ट की बात हो रही थी लेकिन बीसीसीआई ने दौरे पर डे-नाइट टेस्ट खेलने से इनकार कर दिया था।